Edited By ,Updated: 24 Jun, 2016 12:03 AM
चीन ने आज रात्रिभोज के बाद परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह एनएसजी की तीन घंटे की बैठक में इसकी सदस्यता हासिल करने की भारत की कोशिशों के विरोध का नेतृत्व किया,
सोल: चीन ने आज रात्रिभोज के बाद परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह एनएसजी की तीन घंटे की बैठक में इसकी सदस्यता हासिल करने की भारत की कोशिशों के विरोध का नेतृत्व किया, जिसके चलते बैठक बेनतीजा खत्म हुई। 48 सदस्यीय एनएसजी के दो दिवसीय पूर्ण अधिवेशन की शुरूआत आज हुई।
चीन ने बार बार कहा है कि भारत की सदस्यता एजेंडा में नहीं है और समझा जाता है कि भारत की कोशिशों पर किसी भी चर्चा को रोकने के लिए हर कोशिश की। हालांकि, यह भी समझा जाता है कि जापान ने सुबह के सत्र में भारत का मामला उठाया जिसके बाद वह राजी हुआ कि मामले को रात्रि भोज के बाद विशेष बैठक में उठाया जाएगा। भारतीय आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि चीन के साथ ऑस्ट्रिया, आयरलैंड और ब्राजील समेत अन्य देशों ने सवाल किया कि परमाणु अप्रसार संधि एनपीटी पर दस्तखत नहीं करने वाले भारत जैसे देश को समूह में कैसे शामिल किया जा सकता है।
दरअसल, उनका विरोध सिद्धांत और प्रक्रिया को लेकर रहा। ब्राजील के एेतराज ने भारतीय राजनयिकों को हैरान कर दिया जिन्होंने उल्लेख किया कि वह पांच राष्ट्रों वाले ‘ब्रिक्स’ समूह का सदस्य है। भारत और ब्राजील के अलावा समूह में रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। यहां पर मौजूद विदेश सचिव एस जयशंकर ने इससे पहले ब्राजीली प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की थी। अधिकारियों ने बताया कि चर्चा बेनतीजा रही और कल अधिवेशन के समाप्त होने के पहले ही कुछ स्पष्ट हो सकेगा।