Edited By ,Updated: 22 Feb, 2017 08:48 PM
अमेरिका में बिना दस्तावेजों के रह रहे करीब 1.1 करोड़ आव्रजकों को उनके देश वापस भेजने संबंधी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना से करीब तीन लाख भारतीय-अमेरिकियों के प्रभावित होने की आशंका है।
वाशिंगटन: अमेरिका में बिना दस्तावेजों के रह रहे करीब 1.1 करोड़ आव्रजकों को उनके देश वापस भेजने संबंधी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना से करीब तीन लाख भारतीय-अमेरिकियों के प्रभावित होने की आशंका है। राष्ट्रपति ट्रंप ने संघीय आव्रजन कानूनों को लागू करने के तरीकों में अभूतपूर्व तरीके से विस्तार कर बिना दस्तावेजों वाले लाखों आव्रजकों को उनके देश वापस भेजने की दिशा में काम शुरू कर दिया है।
कानून का उल्लंघन करने वालो की होगी गिरफ्तारी
आंतरिक सुरक्षा विभाग ने कानून लागू करनेे संबंधी एक मेमो में कहा, ‘‘विभाग अब प्रभावी क्रियान्वयन से वर्गो या श्रेणियों के एलियनों को छूट नहीं देगा।’’ उसमें कहा गया है, ‘‘विभाग के कर्मचारियों को एेसे लोगों को गिरफ्तार करने या पकडऩे की पूरी छूट होगी जिनपर उन्हें आव्रजन कानून का उल्लंघन करने का संदेह होगा।’’ आंतरिक सुरक्षा विभाग ने आव्रजन संबंधी दो मेमो जारी किए हैं। यह अन्य कानूनों के साथ-साथ अवैध आव्रजकों को उनके देेश वापस भेजने के नियमों को कड़ा बनाता है। पूरा जोर आपराधिक आव्रजकों पर है, लेकिन इससे दूसरों के लिए भी दरवाजा खुुला हुआ है। गैर-आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अवैध आव्रजकों में करीब तीन लाख भारतीय-अमेरिकी हैं।