Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Oct, 2017 06:51 PM
दक्षिण चीनी सागर में विवादित द्वीपों के समीप अमेरिकी जंगी जहाज के गुजरने से चीन काफी नाराज हुआ है। चीन के विदेश...
पेइचिंग: दक्षिण चीनी सागर में विवादित द्वीपों के समीप अमेरिकी जंगी जहाज के गुजरने से चीन काफी नाराज हुआ है। चीन के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, अमेरिकी नौसेना का एक मिसाइल डिस्ट्रॉयर मंगलवार को चीन के दावे वाले द्वीपों के पास से होकर गुजरा। इस इलाके को लेकर चीन का कई पड़ोसी देशों के साथ विवाद चल रहा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने बताया कि, चीन ने तुरंत उस जहाज की पहचान करने के लिए अपने सैन्य जहाज वहां भेजे। अमेरिकी जहाज को वहां से निकल जाने की चेतावनी दी। हुआ के अनुसार अमेरिकी जहाज ने चीन के कानून और संबंधित अतंरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन किया है। साथ ही चीन के संप्रभुता और सुरक्षा हितों का उल्लंघन किया है। चीन ने इसका विरोध करते हुए अमेरिका के सामने सख्त आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि, अगर अमेरिका इसकी पुष्टि करता है, तो यह डोनॉल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिकी नौसेना द्वारा किया गया चौथा फ्रीडम ऑफ नैविगेशन ऑपरेशन होगा।
फिलहाल अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इसकी पुष्टि नहीं की। उन्होंने कहा कहा कि सभी ऑपरेशन अंतरराष्ट्रीय कानूनों के हिसाब से ही किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून जहां भी इजाजत देंगे अमेरिकी जहाज वहां ऑपरेट करेंगे। लेफ्निनेंट कर्नल क्रिस लोगन ने एक बयान में कहा, हम नियमित रूप से ऑपरेशन कर रहे है, जैसा कि हम पहले भी करते आए हैं और भविष्य में भी करते रहेंगे।
गौरतलब है कि अमेरिकी नौसेना साउथ चाइना सी में चीन के दावे को चुनौती देने के लिए नियमित तौर पर ऐसे ऑपरेशन करती रही है। वियतनाम, फिलीपीन्स और ताइवान भी यहां के द्वीपों पर अपना दावा करते रहे हैं। बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप अपनी पहली एशिया यात्रा पर अगले महीने जाएंगे इस यात्रा में चीन भी शामिल है।