Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jul, 2017 04:32 AM
भारत के लिए खतरे की घंटी है। वह उन देशों में दूसरे नंबर पर ....
जेनेवा: भारत के लिए खतरे की घंटी है। वह उन देशों में दूसरे नंबर पर है जहां वयस्क दूसरे देशों में बसने की योजना बना रहे हैं और अमरीका तथा ब्रिटेन उनके पसंदीदा देश हैं। संयुक्त राष्ट्र की प्रवासन एजैंसी अंतर्राष्ट्रीय प्रवास संगठन (आई.ओ.एम.) ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि दुनियाभर में वयस्क आबादी के 1.3 फीसदी या 6 करोड़ 60 लाख लोगों ने कहा कि वे अगले 12 महीनों में स्थायी तौर पर प्रवास करने की योजना बना रहे हैं।
प्रवास करने की योजना बनाने वालों में से 50 प्रतिशत लोग 20 देशों में रहते हैं जिनमें पहले नंबर पर नाइजीरिया और दूसरे नंबर पर भारत है। इसके बाद कांगो, सूडान, बंगलादेश और चीन का नंबर आता है। पश्चिम अफ्रीका, दक्षिण एशिया और उत्तर अफ्रीका ऐसे क्षेत्र हैं जहां सबसे अधिक लोगों के प्रवास करने की संभावना है। यह अध्ययन गैलप वल्र्ड पोल द्वारा एकत्रित किए गए अंतर्राष्ट्रीय आंकड़ों पर आधारित है।
बसने के लिए ये देश पसंदीदा
दूसरे देशों में बसने की योजना बनाने वाले लोगों में अमरीका के बाद सबसे लोकप्रिय देश हैं ब्रिटेन, सऊदी अरब, फ्रांस, कनाडा, जर्मनी और द. अफ्रीका।
48 लाख लोग विदेश जाने की ताक में
भारत में 48 लाख वयस्क प्रवास करने की योजना बना रहे हैं और तैयारी कर रहे हैं। नाइजीरिया में सबसे अधिक 51 लाख लोग अपने देश से बाहर बसने की योजना बना रहे हैं। इसके बाद 41 लाख लोगों के साथ कांगो और 27-27 लाख लोगों के साथ चीन तथा बंगलादेश का नंबर आता है।