Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Nov, 2017 11:19 PM
ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों से निपटने के लिए वायुमंडल में कृत्रिम रूप से एरोसेल डाल वातावरण से जानबूझकर किया जा रहा खिलवाड़ खतरनाक साबित हो सकता है। एक अध्ययन में यह दावा किया गया है। जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए उक्त संभावित तरीके को तैयार किया...
लंदन: ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों से निपटने के लिए वायुमंडल में कृत्रिम रूप से एरोसेल डाल वातावरण से जानबूझकर किया जा रहा खिलवाड़ खतरनाक साबित हो सकता है। एक अध्ययन में यह दावा किया गया है। जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए उक्त संभावित तरीके को तैयार किया गया है।
उन्होंने कहा कि उत्तरी गोलार्ध में एरोसेल डालने से उष्णकटिबंधीय चक्रवात गतिविधि (तूफान कैटरिना सहित कई हालिया घटनाओं के लिए जिम्मेदार) को कम किया जा सकता है। लेकिन उसी समय इससे साहेल (सहारा रेगिस्तान के दक्षिण में उप सहारा अफ्रीका का क्षेत्र) में सूखे की आशंका बढ़ जाती है। एक्सेर विश्वविद्यालय के एंथनी जोनस ने कहा, हमारे नतीजे इस बात की पुष्टि करते हैं कि सौर जियोइंजीनियरिंग एक अत्यधिक जोखिम भरी रणनीति है, जो एक समय पर ही एक क्षेत्र को फायदा और अन्य को नुकसान पहुंचा सकती है।