Edited By ,Updated: 09 Jan, 2017 05:06 PM
तेल और गैस को लेकर समुद्री सीमा पर 2006 में की गई स्ंधि को लेकर ऑस्ट्रेलिया व पूर्वी तिमोर के संबंधों में खटास पैदा हो गई है...
मेलर्बनः तेल और गैस को लेकर समुद्री सीमा पर 2006 में की गई स्ंधि को लेकर ऑस्ट्रेलिया व पूर्वी तिमोर के संबंधों में खटास पैदा हो गई है और तिमोर इस संधि को तोड़ना करना चाहता है। इस संधि को तोड़ने के लिए तिमोर नागरिकों ने अास्ट्रलियन एम्बैसी के समक्ष रोष प्रदर्शन किया व तेल और गैस में अपना हिस्सा बढ़ाने की मांग की।
पूर्वी तिमोर, जो एशिया के सबसे गरीब देशों में से एक है, का तर्क है कि जिस तरह तेल और गैस के लिए इलाके को विभाजित किया गया है वह उचित नहीं था। तिमोर की मांग है कि अब नई संधि कर प्राकृतिक संसाधनों का उचित बंटवारा किया जाए क्योंकि वह राजस्व का एक बड़ा हिस्सा देता है । पूर्वी तिमोर, जो तिमोर-लेस्ते के रूप में भी जाना जाता है, 2002 में इंडोनेशिया से स्वतंत्र हुआ था।
नए राष्ट्र तिमोर और ऑस्ट्रेलिया के बीच कोई स्थायी समुद्री सीमा स्थापित न होने कारण दोनों पक्षों के बीच "तिमोर सागर में कुछ समुद्री व्यवस्था" को लेकर 50 साल के लिए संधि (CMATS) की गई है लेकिन अब तिमोर इस संधि से नाखुश है और अपने हिस्से को लेकर नई संधि पर जोर डाल रहा है।