Edited By ,Updated: 10 Dec, 2016 03:18 PM
आज मानवाधिकार दिवस के मौके पर राष्ट्रपति शी चिनफिंग को मानवाधिकार उल्लंघन के मुद्दे पर पत्र भेजा गया...
बीजिंग : आज मानवाधिकार दिवस के मौके पर राष्ट्रपति शी चिनफिंग को मानवाधिकार उल्लंघन के मुद्दे पर पत्र भेजा गया, जिस पर दुनिया भर के 100 से ज्यादा लेखकों के हस्ताक्षर हैं। ग्लोबल राइटर्स ग्रुप ने चीन में मानवाधिकार उल्लंघन को तत्काल रोकने की अपील की है।
शी के 2012 में सत्ता संभालने के बाद से असहमत लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। उनके सत्ता में आने के बाद सैकडों वकीलों, कार्यकर्त्ताओं और शिक्षाविदों को हिरासत में लिया गया और दर्जनों को जेल में डाल दिया गया। चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी विरोध बर्दाश्त नहीं करती है। अखबारों, वेबसाइटों, प्रिंट मीडिया समेत अन्य प्रसारणकर्ताओं पर सरकार का कड़ा नियंत्रण है।
सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी होती है कई तरह के प्रतिबंध समेत कई पश्चिमी न्यूज वेबसाइटों पर भी यहां रोक है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की वकालत करने वाले लंदन के पेन इंटरनैशल राइटर्स एसोसिएशन द्वारा तैयार किए गए इस पत्र में कहा गया है, ‘‘चीन समेत पूरी दुनिया इस तरह के विचारों और आवाजों से समृद्ध होगी।’’ इस पत्र पर सलमान रश्दी, मार्गरेट एटवुड और नोबेल पुरस्कार विजेता जीएम कॉटजी समेत कई बड़े लेखकों के हस्ताक्षर हैं। पत्र में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित लू जायाबो का भी जिक्र है, जो ‘‘अस्थिता’’ फैलाने के आरोप में 11 साल की सजा काट रहे हैंं और उनकी पत्नी को लू जिया को नजरबंद रखा गया है।