Edited By ,Updated: 25 Mar, 2017 04:21 PM
बांग्लादेश के कमांडो ने एक इमारत में छिपे आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए आज एक सैन्य अभियान शुरू किया...
ढाका: बांग्लादेश के कमांडो ने एक इमारत में छिपे आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए आज एक सैन्य अभियान शुरू किया। उस इमारत में 28 परिवारों के फंसे होने की आशंका है। सैन्य अभियान उत्तर पश्चिमी शहर सिलहट की एक 5 मंजिला इमारत में छिपे आतंकवादियों को बाहर निकालने की सुरक्षा बलों की 48 घंटे की घेराबंदी नाकाम रहने के बाद शुरू किया गया।
अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक मेजर जनरल के नेतृत्व में सेना के पैरा कमांडोज ने कार्रवाई शुरू की। जिसमें पुलिस की विशेष हथियार एवं रणनीति (स्वात) इकाई, आतंकवाद निरोधक इकाई और विशिष्ट अपराध निरोधक त्वरित कार्रवाई बटालियन(आर.ए.बी.) भी उनको सहयोग दे रही हैं। सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि सिलहट के 17वीं इनफैन्ट्री डिवीजन के जनरल ऑफीसर कमांडिंग मेजर जनरल अनवारूल मोमेन ‘ऑपरेशन ट्विलाइट’ का नेतृत्व कर रहे हैं। टीवी चैनलों को अभियान के लाइव कवरेज से रोका गया है।
पहले आई रिपोर्टों में कहा गया था कि एक महिला समेत 2 संदिग्ध आतंकवादी ईमारत के भीतर हो सकते हैं लेकिन बाद में एक पुलिस अधिकारी ने संदेह जताया कि वहां बड़ी संख्या में आतंकवादी हो सकते हैं। पुलिस के मुताबिक एेसा माना जा रहा है कि आतंकवादी नियो-जेएमबी से जुडे हुए हैं। नियो-जेएमबी को इस्लामिक स्टेट के प्रति रूझान रखने वाला संगठन माना जाता है। ढाका के एक कॉफी शॉप पर एक जुलाई को हुए आतंकवादी हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट का ही हाथ था। इस हमले में 22 लोग मारे गए थे। अभियान शुरू करने से पहले पुलिस ने आतंकवादियों से आत्मसमर्पण करने को कहा था। इस अभियान की शुरूआत एक फिदायीन हमलावर द्वारा ढाका के अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर खुद को उड़ा लेने के बाद की गई थी। इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी।