अंतरिक्ष में बनेगी ब्रैड, घर का होगा टच

Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Dec, 2017 01:44 PM

bread will build in space home will touch

अंतरिक्ष में कोई भी ताजा ब्रैड तैयार नहीं कर सकता क्योंकि ब्रैड के बचे हुए चूरे तथा उच्च तापमान का खतरा इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन के अंतरिक्ष यात्रियों के लिए बहुत अधिक है। फिर वैज्ञानिकों की एक टीम को आशा है कि वह डिब्बाबंद खाद्यों का सेवन करने के...

अंतरिक्ष में कोई भी ताजा ब्रैड तैयार नहीं कर सकता क्योंकि ब्रैड के बचे हुए चूरे तथा उच्च तापमान का खतरा इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन के अंतरिक्ष यात्रियों के लिए बहुत अधिक है। फिर वैज्ञानिकों की एक टीम को आशा है कि वह डिब्बाबंद खाद्यों का सेवन करने के अपने मुश्किल काम को खत्म कर देंगे और अंतरिक्ष में ही ब्रैड तैयार की जा सकेगी। 


फूड टैक्नीशियन माल्टे गेरकेन एक ब्रैड रोल को दो टुकड़ों में काट रहे हैं। इसका जरा-सा भी चूरा कटिंग बोर्ड पर नहीं गिरा है। खुद को और यकीनी बनाने के लिए वह दोनों टुकड़ों को अपने हाथों से दबाते हैं। अभी भी कोई चूरा नीचे नहीं गिरा है। यही सबसे महत्वपूर्ण बात है। इसे देखकर नहीं समझा जा सकता परंतु, यह रोल विशेष है। यदि दूसरे शब्दों में कहा जाए तो यह एक ‘स्पेस रोल’ है। 


गेरकेन एक ऐसी टीम का हिस्सा हैं जो इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन के अंतरिक्ष यात्रियों को ताजा तैयार किए गए ब्रैड रोल उपलब्ध करवाने का उद्देश्य लेकर काम कर रहे हैं। ये ब्रैड रोल उतने ही आम हैं जितने कि अंतरिक्ष में पाई होती है। इस टीम की योजना है कि अंतरिक्ष यात्रियों को ऐसा फ्रीज किया हुआ भोजन उपलब्ध करवाया जाए जिसमें घर का थोड़ा-सा टच हो।


इस स्टार्टअप को जर्मनी के ब्रेमेन में बेक इन स्पेस कहा जाता है। इस कंपनी का उद्देश्य है ब्रैड के लिए दानों से लेकर अंतिम उत्पाद तक खाद्यों की एक पूरी चेन तैयार करना। वह भी माइक्रोग्रैविटी में मतलब जहां गुरुत्वाकर्षण बिल्कुल नहीं होता। उनका उद्देश्य है भविष्य में चांद तथा मंगल पर जाने वाले मानवयुक्त मिशनों को ऐसा खाना उपलब्ध करवाना। शुरूआत के तौर पर आई.एस.एस. के अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर पहले से पकाए गए ब्रैड रोल्स को गर्म करने में सक्षम होंगे जो अपने आप में एक चुनौती है। 


‘बेक इन स्पेस’ के मैनेजिंग डायरैक्टर  सेबैस्टियन मार्कू कहते हैं कि यह एक सुरक्षा संबंधी खतरा होगा क्योंकि, यदि ब्रैड का चूरा स्टेशन के भार रहित  क्षेत्र में तैरता रहेगा तो यह उपकरणों को नुक्सान पहुंचाएगा और अंतरिक्ष यात्रियों की सांस के द्वारा उनके अंदर जाकर उनका दम घोंट देगा। इसी कारण ‘बेक इन स्पेस’ कंपनी ने टैक्रोलॉजी ट्रांसफर सैंटर (टी.टी.जैड.)  के भोजन विशेषज्ञों की एक सूची तैयार की है। यह एक शोध संस्थान है जो खाद्यों, स्वास्थ्य तथा वातावरण के क्षेत्र में कार्य करता है। वही यह चूरा रहित ब्रैड रोल लेकर आया है। 


अंतरिक्ष के लिए यह रैसिपी तैयार करने के इंचार्ज फ्लोरियन स्टूकेनबोर्ग का कहना है कि वह पूरी तरह सामान्य ब्रैड की सामग्री (आटा) तैयार करने के लिए काम कर रहे हैं। उनकी टीम ने ऐसे आटे की लगभग 30 किस्मों पर पहले ही टैस्ट कर लिया है। वह आगे संकेत देते हैं कि अंतरिक्ष में यह आटा सामान्य से अधिक नमकीन होगा। अंतरिक्ष में चूंकि चीजों का टेस्ट अलग किस्म का होता है। इसी कारण अंतरिक्ष यात्री वहां हॉट सॉसेज की मांग करते हैं। 


स्पेस ब्रैड का डिजाइन इस तरह तैयार किया जाएगा कि यह कम से कम 6 महीने तक जरूर चले क्योंकि, आई.एस.एस. के मिशनों के लिए खाद्यों की पुन: सप्लाई में लंबा अंतराल होता है और वैसे भी इन खाद्यों का सही और नर्म होना जरूरी है। चाहे अवन के लिए बिजली की हदयान के दूसरे उपकरणों की तरह ही होती है। हालांकि पृथ्वी पर अवन एक सामान्य उपकरण है परंतु आई.एस.एस. पर इसका गंभीर खतरा है। किसी भी परिस्थिति में यह ताप को बच निकल जाने में सहायता नहीं करता जिससे यह ताप हवा में मौजूद रहता है और स्टेशन के आसपास बिखरता नहीं है। 


जर्मन एरोस्पेस सैंटर के मिशन मैनेजर तथा ‘बेक इन स्पेस’ के चीफ पार्टनर वोलकर श्मिड के अनुसार ऐसी स्थिति में अंतरिक्ष यात्रियों को चोट पहुंच सकती है और वे जख्मी हो सकते हैं। उन्हें ब्रैड रोल को एक ठंडे अवन में रखना होगा और उसे तब तक बाहर नहीं निकालना होगा जब तक अवन ठंडा न हो जाए।  इस तरह अंतरिक्ष में ब्रैड को तैयार करने में लगने वाला समय पृथ्वी के मुकाबले बहुत अधिक होगा और तापमान काफी कम। 


अंतरिक्ष विज्ञान में माहिर मेथियास बोहमे के अनुसार यदि इसे बनाने में नमी न शामिल की जाए तो 2 बार बेक की गई ब्रैड आपके सामने होगी। मेथियास को ‘बेक इन स्पेस’ अवन का एक नमूना तैयार करने का काम सौंपा गया है जिसका प्रयोग अब फूड टैक्रीशियन अपनी रैसिपी की जांच के लिए कर रहे हैं। यह एक छोटा अवन है जिसमें सिर्फ 3 ब्रैड रोल के लिए जगह है। अंतरिक्ष यात्रियों को इसे स्विच ऑन करने की आज्ञा भी नहीं होगी क्योंकि, ब्रैड रोल को बेक करने की प्रक्रिया पृथ्वी से नियंत्रित होगी। 


श्मिड का कहना है कि यह विचार थोड़ा अटपटा लग सकता है परंतु, जब ऐसी ब्रैड तैयार करने में हम सक्षम हो जाएंगे तो अंतरिक्ष यात्रियों के जीवन की गुणवत्ता में बहुत वृद्धि होगी। यह बात भी ध्यान देने योग्य है कि पहले से तैयार किए गए ब्रैड रोल अंतरिक्ष में किसी आई.एस.एस. मिशन के लिए ही उपयुक्त होंगे जो 6 महीने तक चलने वाला हो परंतु, चंद्रमा या मंगल ग्रह पर चलने वाले लंबे मिशनों के लिए यह उपयुक्त नहीं होगा।

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