Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Oct, 2017 03:54 PM
म्यांमार से बांग्लादेश पहुंच रहे रोहिंग्या शरणार्थियों की भारत में घुसपैठ की आशंका के चलते सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने एहतियात के तौर पर भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर सुरक्षा और निगरानी बढ़ा दी है...
नई दिल्लीः म्यांमार से बांग्लादेश पहुंच रहे रोहिंग्या शरणार्थियों की भारत में घुसपैठ की आशंका के चलते सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने एहतियात के तौर पर भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर सुरक्षा और निगरानी बढ़ा दी है। बीएसएफ ने ऐसे पचास पॉइंट्स की पहचान की है, जहाँ से घुसपैठ की आशंका है। पहले बीएसएफ ने 22 पॉइंट्स को घुसपैठ की दृष्टि से संवेदशील माना था। लेकिन बाद में ऐसे 28 और पॉइंट्स को चिन्हित किया गया, जहाँ से रोहिग्या भारत में अवैध रूप से घुस सकते हैं।
चिन्हित किए गए 50 इलाके नार्थ 24 परगना, मुर्शिदाबाद और नदिया ज़िले में है। सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी मुताबिक बीएसएफ ने दक्षिण बंगाल फ्रंटियर पर पिछले कुछ सालों में लगभग 175 रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किया है। 2017 में 7 रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किया गया है। बीएसएफ ने रोहिग्याओं की घुसपैठ रोकने के लिए स्थानीय स्तर पर अपने नैटवर्क को बढ़ाया है। भारत और बांग्लादेश बॉर्डर की कुल लम्बाई 4,096 किलोमीटर है जिसमे 2,216 किलोमीटर सीमा पश्चिम बंगाल में पड़ती है। केंद्र सरकार ने रोहिंग्या को शरणार्थी का दर्जा देने से मना कर दिया था। केंद्र सरकार ने रोहंगियों को अवैध अप्रवासी बताते हुए देश के लिए खतरा बताया था।