Edited By ,Updated: 20 Oct, 2015 12:15 PM
कनाडा में नौ साल के कंजर्वेटिव पार्टी के शासन का अंत हो गया है। कनाडा की दूसरी पार्टी लिबरल पार्टी ने संसदीय चुनाव में भारी अंतर से जीत दर्ज की है।
कनाडा: कनाडा में नौ साल के कंजर्वेटिव पार्टी के शासन का अंत हो गया है। कनाडा की दूसरी पार्टी लिबरल पार्टी ने संसदीय चुनाव में भारी अंतर से जीत दर्ज की है। पूर्व प्रधानमंत्री पियरे ट्रुडो के बेटे जस्टीन ट्रुडो के नेतृत्व में लिबरल ने 338 सीटों में से 185 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि बहुमत के लिए 170 सीटों की जरुरत थी।
कंजर्वेटिव पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री स्टीफन आर्पर को महज 103 सीटें की मिली। नतीजे आने के बाद उन्होंने बिना किसी हिचकिचाहट के अपनी हार स्वीकार की और जस्टीन को जीत की बधाई दी। वहीं, लिबरल पार्टी के नेता जस्टीन ने अपने प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज की रात एक जरुरी संदेश सुनाना चाहता हूं, यह बदलाव का समय है। एक सकारात्मक राजनीति क्या कर सकती है यह उसी का परिणाम है।
बता दें कि 19 अक्टूबर को कैनेडा के हाउस ऑफ कॉमंस की 338 सीटों के लिए वोट पड़े। इन चुनावों में 48 इंडो कैनेडियन उम्मीदवारों में से करीब 40 पंजाबी मूल के थे। सबसे अधिक 22 पंजाबी मूल के उम्मीदवारों को टिकट देने वाली लिबरल पार्टी ने इस बार जीत दर्ज की। ये पहली बार है कि इतनी बड़ी संख्या में दस्तारधारी पंजाबी कैनेडियन चुनावों में पहुंचे।