Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Sep, 2017 04:28 PM
कनाडा के सर्वोच्च न्यायालय ने कहा है कि झूठी शान की खातिर की गई हत्या के 17 साल ...
मॉन्ट्रियल: कनाडा के सर्वोच्च न्यायालय ने कहा है कि झूठी शान की खातिर की गई हत्या के 17 साल पुराने एक मामले में कथित भूमिका को लेकर दो नागरिकों को भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है। जसविंदर कौर सिद्धू की हत्या के सिलसिले में सुरजीत सिंह बदेशा (72) और मलकीत कौर सिद्धू (67) वांछित हैं।
हत्या के समय जसविंदर 25 साल की थी। दोनों संदिग्ध भारतीय मूल के कनाडाई नागिरक हैं और पुरुष और महिला क्रमश: पीड़िता के मामा और मां हैं। जसविंदर कौर सिद्धू का शव जून 2000 में भारत के पंजाब राज्य में मिला था और उसका गला कटा हुआ था।
भारतीय अभियोजकों का कहना है कि उसकी मां और मामा ने झूठी शान की खातिर योजनाबद्ध तरीके से पीड़िता की हत्या करवा दी थी । वे एक गरीब रिक्शा चालक से युवती के शादी करने का विरोध कर रहे थे। युवती ने अपनी शादी को एक साल तक गोपनीय रखा था। अपने परिवार को अपनी शादी के बारे में बताने के बाद पीड़िता अपने पति मिठू सिद्धू के पास कनाडा से भारत आ गई। दंपती पर जून 2000 में पंजाब के संगरुर के निकट एक गांव में हमला किया गया। उसके पति की बुरी तरह पिटाई की गईं जबकि सिद्धू को अगवा कर लिया गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गई।