Edited By ,Updated: 16 Mar, 2017 03:21 PM
भारतीय मूल के एक शीर्ष अमरीकी सांसद ने भारत और अमरीका के संबंध के भविष्य के प्रति उम्मीद जताई है
वाशिंगटन: भारतीय मूल के वरिष्ठ अमरीकी सांसद अमी बेरा ने भारत के साथ अमरीकी संबंधों पर महत्वपूर्ण टिप्पणी करते हुए कहा कि अचानक होने वाले नस्लभेदी अपराधों से अमरीका और भारत के संबंधों पर सवाल न उठाए जाएं। ये अपराध सड़क पर होने वाले हादसे जैसे हैं, जो अचानक हो जाते हैं और उनमें लोग एक-दूसरे को नस्ल, जाति आदि से संबोधित करते हुए बुरा-भला कहने लगते हैं। वह अमकारी-भारत मैत्री परिषद की ओर से आयोजित गोलमेज सम्मेलन में बोल रहे थे।
डेमोक्रेटिक पार्टी से तीसरी बार सांसद बेरा ने कहा कि भारत को अमरीका के साथ संबंधों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। अमरीकी संबंध सरकारों के हिसाब से तय नहीं होते, बल्कि ये लंबे अर्से के लिए बनते हैं। भारत के साथ अमरीकी संबंध 21 वीं सदी के लिए बनाए जा रहे हैं। हमें ये संबंध अमरीकी और भारतीय सांसदों के बीच बनाकर चलने हैं, भले ही वे किसी भी दल के हों। बेरा ने कहा कि भारत हिंद महासागर क्षेत्र में बड़ी भूमिका अदा कर सकता है। हमने राष्ट्रपति ओबामा और प्रधानमंत्री मोदी के बीच गहरे संबंधों को देखा है।
उनके परस्पर सम्मान भाव को महसूस किया है। संबंधों की यही प्रगाढ़ता राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के बीच बन रही है, इसकी भी खबरें आ रही हैं। बेरा ने कहा कि घृणास्पद अपराध से दक्षिण एशियाई देशों के मूल निवासी और खासतौर से भारतीय प्रभावित हो रहे हैं। इसको लेकर हमें भी चिंता है। हम नहीं चाहते कि अमरीका की छवि दुनिया में खराब हो। हम उन्हें रोकने की कोशिश करेंगे और अपराध में रोकने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। कार्यक्रम में सांसद रो खन्ना और जॉय डोनेली ने भी विचार रखे।