Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Jun, 2017 12:27 PM
पाकिस्तान में अपने भारी-भरकम निवेश को बचाने के लिए चीन ने आतंकवाद पर पाकिस्तान का परोक्ष बचाव किया है...
बीजिंग/इस्लामाबाद: पाकिस्तान में अपने भारी-भरकम निवेश को बचाने के लिए चीन ने आतंकवाद पर पाकिस्तान का परोक्ष बचाव किया है। ऐसा करके वो खुद के लिए भस्मासुर तैयार कर रहा है। चीन को अच्छी तरह मालूम है कि कुछ आतंकी संगठन पाकिस्तान में रहकर चीन में भी आतंकी हमले करते रहे हैं, फिर भी अफगानिस्तान में आईएसआई की शह पर हुए आतंकी हमले पर बीजिंग में पूछे गए एक सवाल पर चीन के सहायक विदेश मंत्री ली हुइलाई ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। हुइलाई ने अफगानिस्तान हमले को ब्रिटेन और फिलीपींस के साथ जोड़कर कहा कि बीजिंग सभी आतंकी हमलों की निंदा करता है।
दरअसल, चीन आईएसआई या पाकिस्तान की निंदा करता तो पाकिस्तान पर आतंकियों को शह देने के आरोप और भी पुष्ट हो जाते और उसके खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंध लगने की संभावना बढ़ जाती। पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगने से चीन की अर्थव्यवस्था पर सीधा प्रभाव पड़ सकता है क्यों कि चीन ने पाकिस्तान में 51 अरब डॉलर का सीधा निवेश चीन-पाक आर्थिक कॉरिडोर में कर रखा है। हुइलाई ने कहा, 'चीन ने आतंकवादी घटनाओं की निंदा की है और हमने आतंकवाद के सभी रूप का विरोध किया है।' एससीओ आतंकवाद पर एक संधि पर विचार कर रहा है। इस हफ्ते अस्ताना में होने वाले एससीओ सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान को इसमें नए सदस्य के तौर पर शामिल किया जाना है।