Edited By ,Updated: 06 Nov, 2016 01:18 PM
मसूद अजहर को UN से ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करवाने और उस पर बैन लगवाने की भारत की कोशिशों पर चीन ने अपना विरोध खत्म करने का संकेत दिया है...
बीजिंगः मसूद अजहर को UN से ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करवाने और उस पर बैन लगवाने की भारत की कोशिशों पर चीन ने अपना विरोध खत्म करने का संकेत दिया है। नैशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल और चीन के स्टेट काउंसलर यांग जीची की मीटिंग से भारत को इस कामयाबी की उम्मीद जगी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 5 घंटे चली इस मीटिंग से भारत को 'पॉजिटिव' नतीजे मिले हैं। सरकारी सूत्रों के मुताबिक चीन जनवरी में यून पैनल में अजहर का मुद्दा उठने पर इस पर लगाई अपनी तकनीकी रोक में ढील दे सकता है।' डोभाल ने बीते शुक्रवार को हैदराबाद में चीन के काउंसलर से मुलाकात की। पिछले दो महीनों में यांग जीची का यह तीसरा भारत दौरा था। हालांकि इस मीटिंग के बाद जारी ऑफिशियल बयान में कहा गया है कि डोभाल-यांग में बॉर्डर डिस्प्यूट, साझा हितों और आतंकवाद पर तो चर्चा हुई, लेकिन अजहर-एनएसजी पर नहीं।
बता दें कि भारत और चीन के बीच बॉर्डर डिस्प्यूट के मुद्दे पर डोभाल और यांग को स्पेशल रिप्रेजेंटेटिव बनाया गया है। सरकारी सूत्रों ने दावा किया है कि चीन ने अजहर पर अपने बदले रवैये से पाकिस्तान को भी वाकिफ करा दिया है। कहा जा रहा है कि चीन का रुख बदलने का कारण यह है कि उसने यह समझ लिया है कि UN काउंसिल में वह इस मामले में अकेला पड़ गया है। 15 मेंबर्स वाली UN न सिक्युरिटी काउंसिल का चीन अकेला मैंबर है जिसने भारत की मांग पर अड़ंगा लगा रखा है।