Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Mar, 2018 09:59 AM
चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने नेशनल पीपुल्स कांग्रेस( एनपीसी) को सौंपी गई अपनी वार्षिक कार्य घोषणा की कि उसने 23 लाख सैनिकों के संख्याबल वाली अपनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी( पीएलए) में तीन लाख सैनिक कम कर दिए हैं
बीजिंग: चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने नेशनल पीपुल्स कांग्रेस( एनपीसी) को सौंपी गई अपनी वार्षिक कार्य घोषणा की कि उसने 23 लाख सैनिकों के संख्याबल वाली अपनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी( पीएलए) में तीन लाख सैनिक कम कर दिए हैं। इस कदम का मकसद दुनिया की सबसे बड़ी थलसेना को आधुनिक युद्ध जीतने में सक्षम बनाना है। ली ने कहा कि सेना ने जवानों की संख्या में तीन लाख की कटौती के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है जिससे 23 लाख सैनिकों के संख्याबल वाली पीएलए में अब महज 20 लाख सैनिक रहेंगे।
चीनी सेना के आधिकारिक अखबार पीएलए डेली ने कहा कि ऐसे जवानों की संख्या में कटौती की गई है जो लड़ाई में हिस्सा नहीं लेते। साल1980 तक पीएलए में 45 लाख सैनिक थे। इसमें पहली कटौती 1985 में की गई जिससे इसका संख्याबल 30 लाख हो गया और बाद में इसमें जवानों की संख्या घटकर 23 लाख हो गई। गौरतलब है कि चीन ने इस साल रक्षा खर्च में 8.1 प्रतिशत की वृद्धि कर इसे 175 अरब डॉलर किए जाने की घोषणा की है, जो भारत के हालिया रक्षा बजट से तीन गुना अधिक है। बजट रिपोर्ट के अनुसार चीन रक्षा बजट को 2018 में 8.1 प्रतिशत तक बढ़ाएगा। पिछले साल चीन ने इसमें सात प्रतिशत की वृद्धि की थी। चीन की आधिकारिक मीडिया ने इसका बचाव करते हुए कहा है कि यह पिछले दो साल की तुलना में थोड़ा ही अधिक है।