Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Oct, 2017 11:43 AM
पाकिस्तान में मौजूद जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख और पठानकोट आतंकी हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर को लेकर चीन ने अपने घटिया इरादे संकेतों में स्पष्ट कर दिए हैं कि
बीजिंग: पाकिस्तान में मौजूद जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख और पठानकोट आतंकी हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर को लेकर चीन ने अपने घटिया इरादे संकेतों में स्पष्ट कर दिए हैं कि वह अंतर्राष्ट्रीय आतंकी के तौर पर सूचीबद्ध करने के अमरीका, फ्रांस और ब्रिटेन के प्रयास को बाधित करेगा। उसने अपने चिरपरिचित रुख को फिर दोहराया है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों में इसे लेकर कोई सर्वसम्मति नहीं है।
अजहर को वैश्विक आतंकी के तौर पर सूचीबद्ध करने के प्रस्ताव पर अपनी तकनीकी रोक को चीन ने अगस्त में 3 महीने के लिए बढ़ा दिया था। इससे पहले उसने इस वर्ष फरवरी में संयुक्त राष्ट्र में इस आशय के प्रस्ताव पर रोक लगाई थी। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने मीडिया को यहां बताया कि हमने इस मंच से अपना रुख कई बार स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा परिषद के संबद्ध प्रस्तावों में नियम 1267 समिति के आदेश के अनुरूप एकदम स्पष्ट हैं।
जब संबद्ध संगठनों और व्यक्तियों को सूचीबद्ध करने की बात आती है तो उसे लेकर भी नियम स्पष्ट हैं। उनसे पूछा गया कि जब यूएनएससी की 1267 समिति इस मुद्दे को उठाएगी तो क्या चीन अजहर पर प्रतिबंध को फिर से बाधित करेगा। इस पर हुआ ने कहा कि संबद्ध देश की ओर से सूचीबद्ध करने के आवेदन करने को लेकर यहां असहमति हैं। उल्लेखनीय है कि चीन द्वारा हाल में लगाई गई तकनीकी रोक की अवधि इस बृहस्पतिवार को खत्म होने जा रही है। चीन ने तकनीकी रोक इसलिए लगाई है ताकि इस मुद्दे पर विचार-विमर्श के लिए और पक्षों को और अधिक समय मिल सके।