Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Jun, 2017 03:49 PM
चीन इन दिनों अफ्रीकी देश जिबूती में एक नेवी बेस निर्मित करने को लेकर चर्चा में है...
बीजिंगः चीन इन दिनों अफ्रीकी देश जिबूती में एक नेवी बेस निर्मित करने को लेकर चर्चा में है। यह हिंद महासागर के दक्षिण पश्चिम मुहाने पर स्थित है और यहां चीन के पोजिशन को लेकर भारत पहले से ही चिंतित है। जिबूती में चीन के निर्माणाधीन नेवी बेस को लेकर ही रिपोर्ट में आकलन लगाया गया है कि यह पाकिस्तान समेत अन्य दूसरे देशों में भी अपना सैन्य बेस स्थापित कर सकता है। जाहिर सी बात है कि इससे भारत की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
पैंटागन की कांग्रेस को सौंपी गई 97 पेज की इस वार्षिक रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन ने अपने रक्षा बजट में भारी बढ़ोतरी की है। 2016 में चीन का आधिकारिक रूप से रक्षा बजट लगभग 140 अरब डॉलर था। मगर खर्च 180 अरब डॉलर के पार चला गया। रिपोर्ट के अनुसार, चीनी नेताओं ने आर्थिक विकास की रफ्तार सुस्त होने के बावजूद भविष्य को ध्यान में रखते हुए रक्षा बजट में बढ़ोतरी की है।
रिपोर्ट में बार-बार इस बात का जिक्र किया गया है कि चीन जिबूती में अपना पहला नेवी बेस तैयार कर रहा है, जहां पर पहले से ही एक प्रमुख अमरीकी सैन्य बेस है।
जिबूती सामरिक दृष्टि से काफी अहम है, क्योंकि यह लाल सागर के दक्षिण प्रवेश बिंदु पर स्थित है। इसी आधार पर आकलन लगाया गया है कि चीन ऐसे देशों में सैन्य बेस स्थापित कर सकता है, जिनके साथ उसके पुराने मित्रवत संबंध हैं और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।हालांकि रिपोर्ट में पाकिस्तान में चीनी सैन्य बेस को लेकर भारत की संभावित प्रतिक्रिया के बारे में कोई जिक्र नहीं है।