Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 12:09 PM
चीन ने भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अरूणाचल प्रदेश यात्रा का जमकर विरोध किया है। राष्ट्रपति कोविंद ने रविवार को ही अरूणाचल प्रदेश की यात्रा की थी। इस दौरान चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ल्यू कांग ने कहा कि चीन सरकार ने उनकी इस यात्रा को...
बीजिंगः चीन ने भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अरूणाचल प्रदेश यात्रा का जमकर विरोध किया है। राष्ट्रपति कोविंद ने रविवार को ही अरूणाचल प्रदेश की यात्रा की थी। इस दौरान चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ल्यू कांग ने कहा कि चीन सरकार ने उनकी इस यात्रा को स्वीकार नहीं किया है। उधर, भारत ने चीन की विभिन्न आपत्तियों को नकार दिया है। दौरे दौरान राष्ट्रपति का कहना था कि, अरूणाचल प्रदेश, भारत का ही अटूट हिस्सा है। ऐसे में वे स्वतंत्र हैं, वे जिस किसी राज्य की यात्रा करना चाहें कर सकते हैं।
इस मामले में ल्यू ने कहा कि, दोनों देश निष्पक्ष और वाजिब समाधान पर पहुंचने हेतु चर्चा के माध्यम से मसले का समाधान करने की प्रोसेस अपना रहे हैं। उल्लेखनीय है कि चीन और भारत के बीच सीमा विवाद है। हालांकि भारत और चीन की सीमा एलएसी के माध्यम से डिवाइड है लेकिन, इसके बाद भी चीन भारत के डोकलाम, अरूणाचल प्रदेश में घुसपैठ करता आया है। भारत ने डोकलाम के क्षेत्र में चीन द्वारा किए जाने वाले निर्माण को लेकर कई बार आपत्तियां जताईं लेकिन हर बार चीन इन आपत्तियों को दरकिनार करते हुए भारत के क्षेत्र में अतिक्रमण और निर्माण कार्य करने के प्रयास करता रहा।
इस दमियान 6 नवंबर को भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने अरूणाचल प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र का दौरा किया था। उन्होंने इसी दौरान सीमा पर तैनात चीन के सैनिकों से चर्चा की थी, और उन्हें भारतीय शैली की अभिवादन पद्धति- नमस्ते के बारे में बताया था। भारत-सीमा विवाद उपजने के बाद से अपनी संप्रभुता और सीमाओं की रक्षाओं की बातें करता रहा है।