Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Jan, 2018 06:09 PM
चीन ने कई परमाणु हथियारों को एक साथ ले जाने सहित ‘दुनिया के किसी भी हिस्से’ के लक्ष्य को निशाना बनाने में सक्षम हाइपरसोनिक ग्लाइड वाहन (एचजीवी) मिसाइल डीएफ -17 का परीक्षण किया है।
बीजिंगः चीन ने एक ऐसा हथियार बनाने में कामयाबी हासिल की है जिसके बाद दुनिया का कोई ऐसा हिस्सा नहीं बचा जो उसके निशाने की ज़द से बाहर हो। चीन ने कई परमाणु हथियारों को एक साथ ले जाने सहित ‘दुनिया के किसी भी हिस्से’ को निशाना बनाने में सक्षम हाइपरसोनिक ग्लाइड वाहन (एचजीवी) मिसाइल डीएफ -17 का परीक्षण किया है।
इंटरकॉटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल डीएफ-17 मिसाइलों की दुनिया में सबसे नई सनसनी है। यह मिसाइल डोंगफेंग-41, मैक-10 से भी ज्यादा तीव्र गति वाली है और दुश्मनों की रक्षा प्रणाली में भी सेंध लगाने में सक्षम है। इससे पहले भी चीन ने नवंबर में डीएफ -17 मिसाइल का परीक्षण किया था।
अमरीकी सूत्रों ने बताया कि 2020 में डीएफ-17 के संचालन की संभावना है। यह एचजीवी पारंपरिक बैलिस्टिक मिसाइल प्रणालियों के समान हैं लेकिन एचजीवी ठेठ बैलिस्टिक मिसाइलों की तुलना में कम ऊंचाई पर उड़ते हैं । जब एचजीवी नीचे उतरना शुरू करते हैं, तो वे पारंपरिक बैलिस्टिक मिसाइलों की तुलना में बहुत धीमी गति से उड़ते हैं। अगर यह मिसाइल चीनी सेना में सेवा देना शुरू करती है तो इससे चीन की ताकत और मजबूत हो जाएगी। इससे पहले भी चीन 2014 और 2016 में एचजीवी मिसाइल के परीक्षण कर चुका है।