Edited By ,Updated: 10 Apr, 2017 05:34 PM
8 अप्रैल की देर रात अदन की खाड़ी में एक विदेशी व्यापारिक जहाज को लुटेरों से बचाने के मामले में चीन ने पलटी मारी है...
बीजिंगः 8 अप्रैल की देर रात अदन की खाड़ी में एक विदेशी व्यापारिक जहाज को लुटेरों से बचाने के मामले में चीन ने पलटी मारी है। चीन ने सोमवार को अपने बयान में कहा कि जहाज को चीन की नौसेना ने ही बचाया था। उसमें भारत की नौसेना का कोई रोल नहीं था। हालांकि रविवार को यह खबर आई थी कि दोनों देशों की नेवी ने सयुंक्त अभियान चलाकर उस जहाज को लुटेरों से बचाया था।
यह पोत मलेशिया में केलांग से यमन के तटीय शहर अदन की तरफ जा रहा था, जब इसे लुटेरों से घेर लिया।इस जहाज के मुश्किल में फंसने की खबर मिलते ही भारतीय नौसेना ने अपने जहाज-INS मुंबई और INS तर्कश को तुरंत मदद के लिए भेजा। उन्होंने उस जहाज को चारों ओर से घेर लिया और उसके कप्तान से संपर्क साधा।
तब तक चीनी नौसेना का एक जहाज भी हरकत में आ चुका था। वहां पहुंचकर चीनी नौसेना की बोर्डिंग पार्टी जहाज पर गई।इस दौरान पता चला कि समुद्री डाकू खुद को घिरा हुआ देख रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए भाग गए थे। भारतीय नौसना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने कहा, समुद्री लूट के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सहयोग का प्रदर्शन करते हुए चीनी नौसेना की बोर्डिंग पार्टी व्यावसायिक पोत पर गई और उस दौरान इस अभियान को भारतीय हेलीकॉप्टर ने एयर कवर प्रदान किया।