Edited By ,Updated: 08 Feb, 2017 12:51 PM
चीन अब एक और नई उपलब्धि को तैयार है...
बीजिंगः चीन अब नई उपलब्धि को तैयार है। इस साल चीन सौर ऊर्जा से संचालित अपने सबसे बड़े ड्रोन का परीक्षण करने जा रहा है। यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ड्रोन बताया जा रहा है। चाइना एकेडमी ऑफ एयरोस्पेस एयरोडायनेमिक (CAAA) के ड्रोन प्रोजैक्ट के चीफ इंजीनियर शी वेन ने कहा कि ड्रोन के पंख यात्री विमान बोइंग 737 से भी काफी बड़े हैं। ये 40 मीटर से भी ज्यादा लंबे हैं जबकि बोइंग के पंख की लंबाई 34 मीटर होती है।
रैनबो सीरीज का यह ड्रोन हाल ही में पहली परीक्षण उड़ान में खरा पाया गया है। अब अधिक ऊंचाई पर इसकी क्षमताओं को परखा जाएगा। यह नासा के मॉडल के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोलर ड्रोन है। इसकी तकनीकी क्षमता दुनिया में सबसे ज्यादा उन्नत है। शिन्हुआ के अनुसार ड्रोन अत्यधिक ऊंचाई पर लंबे समय तक उड़ने में सक्षम है। इसका रखरखाव आसान है। इस तरह के ड्रोन आमतौर पर 20 से 30 किमी की ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं। यह 150 से 200 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ सकता है। इस तरह के मानवरहित ड्रोन का उपयोग टोह लेने, आपदा निगरानी, मौसम और संचार के लिए किया जाएगा।