Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jul, 2017 10:58 AM
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा उठाए गए एक आक्रामक कदम से चीन की बेचैनी बढ़ गई...
बीजिंग: अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा उठाए गए एक आक्रामक कदम से चीन की बेचैनी बढ़ गई है। दरअसल ट्रंप ने अपनी नौसेना (यूएस नेवी) को दक्षिण चीन सागर में खुली छुट दे दी है जिसे यहां अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ा रहे चीन पूरी तरह से दवाब की स्थिति में आ गया है।
अमरीका के रक्षा मंत्री जिम मैटिस द्वारा पेश की योजना के अनुसार, दक्षिण चीन सागर में अमरीकी नौसेना के जहाजों की तैनाती पूरे एक साल तक रहेगी। ट्रंप प्रशासन का यह फैसला ऐसे समय में आया है जब बाल्टिक सागर में चीन और रूस संयुक्त नौसैनिक अभ्यास कर रहे हैं। वहीं, जानकारों का मानना है कि पेइचिंग संयुक्त नौसैनिक युद्धाभ्यास के जरिए रूस को भरोसे में लेने में लगा है।
ट्रंप के इस फैसले से ड्रैगन के दक्षिण चीन सागर पर दावेदारी पेश करने को बड़ी चुनौती मिली है।ऐसे समय में अमरीका द्वारा उठाए गए इस कदम से चीन की बढ़ती नौसेना दक्षिण चीन सागर में ही उलझी रहेगी और चीन पर भारत और जापान जैसे दूसरे देशों के साथ सीमा विवाद के मसले पर दवाब पड़ेगा। बता दें कि चीन के अलावा 5 अन्य देश वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया, ब्रुनेई और फिलीपींस दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा जताते हैं।