Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Nov, 2017 09:50 PM
चीन ने एशिया का सबसे बड़ा व ताकतवर पोत बनाया है। इस पोत के जरिए कृत्रिम द्वीप का निर्माण किया जा सकता है जैसा कि दक्षिण चीन सागर में चीन द्वारा 2015 में बनाया गया था। इस पोत को शुक्रवार को पूर्वी जिआंगसु के बंदरगाह पर लांच किया गया। ‘तिआनकुन हाओ’...
पेइचिंग: चीन ने एशिया का सबसे बड़ा व ताकतवर पोत बनाया है। इस पोत के जरिए कृत्रिम द्वीप का निर्माण किया जा सकता है जैसा कि दक्षिण चीन सागर में चीन द्वारा 2015 में बनाया गया था।
इस पोत को शुक्रवार को पूर्वी जिआंगसु के बंदरगाह पर लांच किया गया। ‘तिआनकुन हाओ’ नामक यह पोत एक घंटे के भीतर 6000 क्यूबिक मीटर यानी 3 स्विमिंग पूल के बराबर की खुदाई करने की क्षमता रखता है। पीपुल्स डेली अखबार के अनुसार 460 फुट लंबा और 27.8 फुट चौड़ा तिआनकुन पानी के अंदर की चट्टानों को टुकड़े-टुकड़े कर रेत और बालुओं को हटाकर कृत्रिम द्वीप का निर्माण कर सकता है। यह पोत समुद्र के भीतर 115 फुट तक की गहराई में खुदाई कर सकता है।
‘मैजिक आइलैंड मेकर’ के नाम से उल्लेख करते हुए एक अखबार ने कहा है कि आगामी जून में इस जहाज का परीक्षण पूरा हो जाएगा। चीनी मीडिया ने दावा किया कि तिआनजिंग पोत ने 2015 में 18 माह के भीतर 7 कृत्रिम द्वीपों का निर्माण किया था। तिआनजिंग की तुलना में तिआनकुन 1.3 गुना अधिक सक्षम है अर्थात यह एक साल में 9 कृत्रिम द्वीपों का निर्माण कर सकता है।