Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Oct, 2017 09:21 PM
एक्सपर्टस चिनफिंग के इस कदम को सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के सम्मेलन से पहले सेना पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश के तौर पर देख रहे हैं
बीजिंगः चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सेना पर अपनी पकड़ और मजबूत करने की दिशा में नया कदम उठाया है। इसके तहत पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के शीर्ष पदों पर बड़ा फेरबदल किया है। एक्सपर्टस चिनफिंग के इस कदम को सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के सम्मेलन से पहले सेना पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश के तौर पर देख रहे हैं।
बता दें, इस महीने के 18 अक्टूबर को कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) का सम्मेलन शुरू होगा। इसमें चिनफिंग को राष्ट्रपति पद पर पांच साल का दूसरा कार्यकाल मिलने की संभावना जताई जा रही है।
केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) के ज्वाइंट स्टाफ विभाग के प्रमुख जनरल फांग फेंगुई और राजनीतिक कार्य विभाग के प्रमुख जनरल झांग यांग को 23 लाख जवानों-अधिकारियों वाली पीएलए से हटा दिया गया है। शी पीएलए की उच्च कमान सीएमसी की अगुवाई करते हैं तथा 11 सदस्यीय आयोग में वह एकमात्र असैन्य सदस्य हैं।
फांग के स्थान पर जनरल ली जुओचेंग को नियुक्त किया गया है और झांग के स्थान पर एडमिरल मियाओ हुआ की नियुक्ति की गई है।शी ने अपने पहले कार्यकाल में पार्टी और सेना के भीतर भ्रष्टाचार के खिलाफ व्यापक अभियान शुरू किया है। इस अभियान में हजारों अधिकारियों पर कार्रवाई की गई।
चीनी मीडिया के मुताबिक, राष्ट्रपति सीएमसी के सदस्यों की संख्या भी कम कर सकते हैं। शी 2012 में पार्टी के महासचिव बने और इसके बाद भ्रष्टाचार के मामलों में शामिल कम से कम 13,000 सैन्य अधिकारियों को दंडित किया गया।