Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Sep, 2017 02:45 PM
पाकिस्तान के लिए भी चीन की दोगली नीति आखिर सामने आ ही गई।
बीजिंग: पाकिस्तान के लिए भी चीन की दोगली नीति आखिर सामने आ ही गई। चीन का चेहरा बेनकाब हो गया है क्योंकि एक तरफ चीन दुनिया के सामन पाकिस्तान को अपना दोस्त कहता है और दूसरी तरफ अपने देश में पाकिस्तानियों के आने पर पाबंदियां भी लगाता है। कहने का मतलब यह कि पाक में 51.5 बिलियन डॉलर निवेश करने वाला चीन, अपने कथित दोस्त को उसकी औकात पर रखना चाहता है।
पाकिस्तान की बिजनेस कम्युनिटी द्वारा बार-बार शिकायत किए जाने के बावजूद बीजिंग ने अभी तक पाकिस्तानियों को मल्टीपल एंट्री वीजा लागू नहीं किया है।
इतना ही नहीं जब से सीपेक शुरु हुआ है तब से तो पाकिस्तानियों का चीन जाना और भी कठिन हो गया है। बीजिंग के निर्देशों को मुताबिक किसी भी पाकिस्तानी को अधिकतम 3 महीने का ही बिजनेस वीजा दिया जा सकता है। वो भी तब जब चीन का कोई बिजनेस हाउस उन्हें अपने यहां बुलाने की चिट्ठी भेजे । दरअसल, चीन पाकिस्तान की आतंकपरस्त नीति को जानता है और उससे होने वाले नुकसानों भी उसे अंदाजा है। इसलिए चीन ने पाकिस्तानियों के वीजा पर इतनी पाबंदियां लगा रखी हैं।