Edited By ,Updated: 24 Apr, 2017 05:04 PM
मजार-ए-शरीफ सैन्य छावनी पर हुए आतंकी हमले के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी ने रक्षा मंत्री अब्दुल्ला हबीबी और सेना प्रमुख कदम शाह शाहीम का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है...
काबुलः मजार-ए-शरीफ सैन्य छावनी पर हुए आतंकी हमले के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी ने रक्षा मंत्री अब्दुल्ला हबीबी और सेना प्रमुख कदम शाह शाहीम का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। अफगानिस्तान में पिछले हफ्ते छावनी पर तालिबान का सबसे बड़ा हमला हुआ था जिसमें 140 सैनिक को जान गवानी पड़ी थी। रक्षा मंत्री और सेना प्रमुख का इस्तीफा स्वीकार किए जाने की सूचना राष्ट्रपति महल ने ट्विटर के जरिए दी है। पिछले हफ्ते शुक्रवार को हुई घटना में बड़ी सुरक्षा चूक के चलते तालिबान के दस आतंकी सेना की वर्दी में छावनी के भीतर घुस गए थे और इसके बाद उन्होंने मस्जिद और मेस में अंधाधुंध फायरिंग करके सैन्यकर्मियों की हत्या की थी।
घटना में दर्जनों सैनिक घायल भी हुए हैं जिनकी हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। इसलिए मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। घटना के विरोध में अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में प्रदर्शन हुए हैं। इनमें मांग उठ रही थी कि रक्षा मंत्री और सेना प्रमुख जैसे बड़े पदों पर बैठे लोग सुरक्षा चूक की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दें। इस घटना से हतोत्साहित तालिबान का हौसला बढ़ा है। कई वर्षो से जारी सुरक्षा बलों की कार्रवाई से तालिबान संसाधनों और संख्या की दृष्टि से सिमटते जा रहे हैं लेकिन इस अकेले घटना ने उनके हौसले में इजाफा किया है। उल्लेखनीय है कि अफगान सेना के सहयोग के लिए अभी भी करीब 9 हजार अमरीकी सैनिक अफगानिस्तान में बने हुए हैं।