Edited By ,Updated: 27 Nov, 2015 05:39 PM
बेहतर जिंदगी की तलाश में अपने बसे-बसाये आशियाने को बेचकर दुबई कमाने के लिए आई भारत के मुंबई महानगर की फरीदा बेगम ने कभी सपने में भी यह नहीं सोचा था कि अपने मालिक पर भरोसा करना उनके लिए महंगा साबित होगा कि उन्हें दर-दर की
दुबई: बेहतर जिंदगी की तलाश में अपने बसे-बसाये आशियाने को बेचकर दुबई कमाने के लिए आई भारत के मुंबई महानगर की फरीदा बेगम ने कभी सपने में भी यह नहीं सोचा था कि अपने मालिक पर भरोसा करना उनके लिए महंगा साबित होगा कि उन्हें दर-दर की ठोकरें खानी पड़ेगीं। ‘गल्फ न्यूज’ में प्रकाशित खबर के अनुसार 39 साल की फरीदा बेगम का मालिक अपनी दुकान बंद करके और उनका पासपोर्ट लेकर फरार हो गया है।
फरीदा का कहना है कि वह न तो अब मुंबई वापस जा सकती हैं और जब तक वह स्वीक़त अवधि से अधिक समय तक ठहरने का 29000 दिरहम का जुर्माना नहीं चुकाती, तब तक दुबई में कोई नई नौकरी भी नहीं कर सकती हैं। एक प्रशिक्षित म्यूटीशियन फरीदा पिछले साल मई में 2500 दिरहम की कॉस्मेटिक सेल्सगर्ल की नौकरी के लिए दुबई आईं थीं।
उनका दावा है कि आवास वीजा के लिए वह जरूरी मेडिकल जांच से भी गुजरीं लेकिन वास्तव में आधिकारिक रूप से उनके वीजा के लिए कोई आवेदन नहीं किया गया। उन्हें गत सप्ताह तक इन सभी वाक्यों की जानकारी नहीं थी लेकिन वे जब आव्रजन में गई तो उन्हें पता चला कि उन पर गत साल 28 जून से जुर्माना लगाया गया है।
फरीदा ने अपने मालिक पर आरोप लगाया कि वह पूरे समय उनके पासपोर्ट केा अपने पास रखता था और जब भी उन्होंने पासपोट मांगा, उसने हमेशा बहाना बनाकर टाल दिया। उन्होंने तीन महीने बिना वेतन के काम किया और एक दिन उन्हें दुकान भी बंद मिली।
फरीदा 13000 दिरहम की रकम खर्च करके दुबई आई थी लेकिन अब उन्हें गिरफ्तारी और देश वापस भेजे जाने का भय सता रहा है। फिलहाल वह एक भारतीय परिवार के शरण में हैं। अभी उनके पास भारतीय महावाणिज्य दूतावास से जारी प्रोविजनल पासपोर्ट है और उसकी अवधि 21 सितंबर 2016 को खत्म हो जाएगी।