Edited By ,Updated: 25 Mar, 2017 08:03 PM
बिजली बचाने के उद्देश्य से विश्व भर में शनिवार को ''अर्थ आवर डे'' मनाया जा रहा है। अर्थ ऑवर वर्ल्ड वाइड फंड (WWF) का एक अभियान है जिसका मकसद लोगों...
नई दिल्ली: बिजली बचाने के उद्देश्य से विश्व भर में शनिवार को 'अर्थ आवर डे' मनाया जा रहा है। अर्थ ऑवर वर्ल्ड वाइड फंड (WWF) का एक अभियान है जिसका मकसद लोगों को बिजली के महत्व के प्रति और पर्यावरण सुरक्षा के प्रति जागरुक करना है।
प्रमुख निजी बिजली कंपनी बीएसईएस ने करीब 40 लाख उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे आज पूरे जोश के साथ अर्थ आवर मनाएं। इस बार अर्थ आवर में दुनियाभर के नागरिकों से न सिर्फ एक घंटे के लिए गैरजरूरी लाइट्स को बंद रखने की अपील की गई है बल्कि सौर ऊर्जा को भी अपनाने की सलाह भी दी गई है।इस बार अर्थ आवर 2017 के लिए नारा है 'मैं हूं अर्थ आवर सुपर हीरो। क्या आप हैं...'
WWF एक संस्था है जिसके बारे में कहा जाता है कि ये दुनिया की सबसे बड़ी इंडिपेंडेंट कंन्जरवेशन ऑर्गेनाइजेशन है। संस्था के मुताबिक इसका उद्देश्य प्रकृति के नुकसान को रोकना और मानव भविष्य को बेहतर बनाना है। World Wildlife Foundation's Earth Hour ने लोगों को बिजली के महत्व के प्रति और पर्यावरण सुरक्षा के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य से एक अभियान चला रखा है। 2007 में जब इसने सिडनी में पर्यावरण सुरक्षा का संदेश देने के लिए एक घंटे लाइटें बंद कराई थीं तब इसे ज्यादा पहचान मिली थी। इसके बाद तो करीब 162 देशों तक लाइटें बंद करने का ये अभियान फैलता चला गया। आज यानी 25 मार्च की शाम साढ़े आठे बजे से साढ़े नौ बजे तक लाइटें बंद की जाएंगी और जनता को जागरुक किया जाएगा। माना जा रहा है कि इस साल 172 देशों में इस अभियान को समर्थन मिलेगा। 100 से अधिक देशों में 5 मिलियन से अधिक लोग इस संस्था को सपोर्ट करते हैं।