Edited By ,Updated: 21 Dec, 2016 06:22 PM
भारतीय मूल के एक वैज्ञानिक समेत हार्वर्ड विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक अस्पतालों में अगर महिला चिकित्सक बुजुर्गों का इलाज करती ...
बोस्टन : भारतीय मूल के एक वैज्ञानिक समेत हार्वर्ड विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक अस्पतालों में अगर महिला चिकित्सक बुजुर्गों का इलाज करती हैं, तो उनकी मौत या फिर से दाखिल कराने की आशंका कम हो जाती है। अमेरिका में अस्पतालों में भर्ती महिला और पुरुष चिकित्सकों के कार्य करने के तरीके को लेकर अपनी तरह का यह पहला अध्ययन था।
अनुसंधानकर्ताओं का आकलन है कि अगर पुरुष चिकित्सकों का रिकार्ड भी महिला चिकित्सकों की तरह हो जाए तो हर साल मरने वालों की संया में 32,000 तक की कमी आ सकती है। देश में हर साल करीब इतने ही लोगों की वाहन दुर्घटनाओं में मौत हो जाती है।
इस अध्ययन के प्रमुख लेखक अमेरिका के हार्वर्ड विश्वविद्यालय के युसुके त्सुग्वा ने बताया, ‘‘मृत्यु दर में अंतर के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। गंभीर रूप से बीमार मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टरों का लिंग खास तौर पर महत्व रखता प्रतीत हो रहा है।’’ त्सुग्वा ने कहा, ‘‘ये अध्ययन इस बात की आेर इशारा करते हैं कि पुरुष और महिला चिकित्सकों के कार्य करने के तरीके में अंतर का महत्वपूर्ण नैदानिक निहितार्थ है।’’ इस अध्ययन का प्रकाशन जेएएमए इंटरनल मेडिसिन जर्नल में हुआ है।