Edited By ,Updated: 26 Oct, 2016 03:26 PM
जर्मनी में युद्धरत सीरिया से भागकर आए शरणार्थी के बड़े परिवार को लेकर लोगों में गुस्से का माहौल है...
बर्लिन : जर्मनी में युद्धरत सीरिया से भागकर आए शरणार्थी के बड़े परिवार को लेकर लोगों में गुस्से का माहौल है। गाजिया ए. की 4 बीवियों और 22 बच्चों को सरकार की ओर से शरणार्थी नीति के तहत गुजारे के लिए मदद मिलने का खुलासा होने के बाद जर्मन नागरिकों का एक वर्ग सरकार की नीतियों पर निशाना साध रहा है। गाजिया का पूरा नाम उजागर नहीं किया गया है। वह 2015 में सीरिया से अपने 23 बच्चों और 4 पत्नियों के साथ तुर्की से होते हुए सीरिया से जर्मनी आए थे। हालांकि अब उनकी एक बेटी की शादी हो गई है और वह सऊदी अरब में रहती है।
मुस्लिम रीति-रिवाज के मुताबिक कोई व्यक्ति वित्तीय खर्च उठाने में सक्षम हो तो वह 4 शादियां तक कर सकता है। जर्मनी में बहुविवाह को आधारिक तौर पर मान्यता नहीं है, लेकिन इसके बाद भी इस बारे में स्पष्ट नीति के लिए विधेयक लाए जाने पर विचार किया जा रहा है। जर्मन सरकार की शरणार्थी नीति के तहत गाजिया ने 4 पत्नियों में से एक को ही आधिकारिक तौर पर अपनी पत्नी बताया। लेकिन, उनका पूरा परिवार सरकार की नीति के तहत लाभ उठा रहा है।
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक गाजिया ने सरकारी एजैंसियों के समक्ष अपनी एक पत्नी वासिफ और उसके 5 बच्चों को अपने परिवार के तौर पर दर्ज कराया। वहीं, तीन अन्य पत्नियों को अथॉरिटीज ने 'पार्टनर्स' का दर्जा दिया है। गाजिया के बड़े परिवार को सरकारी मदद मिलने पर सोशल मीडिया पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
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