Edited By ,Updated: 17 Jan, 2017 11:13 AM
अंतरिक्ष यात्री यूगीन सरनन का 82 वर्ष की उम्र में निधन हो गया, वे चांद पर कदम रखने वाले तीसरे और आखिरी सदस्य थे। यूगीन अपोलो 17 के सदस्य होने के साथ-साथ इसके मिशन कमांडर भी थे।
वाशिंगटन: अंतरिक्ष यात्री यूगीन सरनन का 82 वर्ष की उम्र में निधन हो गया, वे चांद पर कदम रखने वाले तीसरे और आखिरी सदस्य थे। यूगीन अपोलो 17 के सदस्य होने के साथ-साथ इसके मिशन कमांडर भी थे। नासा ने उनके निधन पर शोक जताया है। अमेरिका की स्पेस एजेंसी ने अपने ट्वीट कर कहा कि चंद्रमा पर आखिरी बार चहलकदमी करने वाले अंतरिक्ष यात्री सरनन की मौत से नासा काफी दुखी है। सरनन एक रिटायर्ड नौसेना अधिकारी थे। उनके परिजनों ने जानकारी दी कि वे कुछ समय से बीमार चल रहे थे। सरनन के बेटे ने कहा कि सरनन इस उम्र में भी चांद पर इंसान के रहने के लिए संभावनाएं तलाशने में अपनी भूमिका निभाने के बारे में सोचा करते थे। उनके निधन की खबर सुनने के बाद कई अंतरिक्ष यात्रियों ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
चांद से पृथ्वी की खीचीं थी बेहतरीन तस्वीरें
सरनन के मिशन के दौरान चांद से पृथ्वी की बेहतरीन तस्वीरें खींची गई थीं। जिसे ब्लू मार्बल भी कहा गया। मल्टी कलर वाली इन इमेजेस में धरती के रंग बिरंगे रूप का अदभुत नजारा कैमरे की आंखों से देखा गया था। सरनन का जन्म 1934 में शिकागो में हुआ था। उन्होंने 1956 में इंडियाना परड्यू यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। केलीफोर्निया यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री करने के बाद वह वर्ष 1963 में नासा से जुड़ गए। उन्होंने जेमिनी और अपोलो मिशन में अपनी अग्रणी भूमिका निभाई थी। वह 7 दिसंबर 1972 को अपने मिशन के तहत रवाना हुए थे। इस दौरान उन्होंने स्पेस में करीब 566 घंटे और 15 मिनट (12 दिन, 13 घंटे, 51 मिनट, 59 सेकंड) बिताए। इसमेें से करीब 73 घंटे उन्होंने चांद पर बिताए थे। वर्ष 1976 में नासा से रिटायर होने के बाद वह स्पेेस शटल फ्लाइट्स के दौरान की जाने वाली कॉमेंट्री करने लगे थे। वर्ष 2013 में उनके ऊपर एक डॉक्यूमेंट्री को भी प्रदर्शित किया गया था।