Edited By ,Updated: 12 Mar, 2017 06:45 PM
दक्षिण एवं मध्य एशिया मामलों की अमरीका की पूर्व सहायक विदेश मंत्री निशा देसाई बिस्वाल ने कहा है कि एच-1बी वीजा का मुद्दा भारत-अमरीका संबंधों में ‘तनाव...
वाशिंगटन: दक्षिण एवं मध्य एशिया मामलों की अमरीका की पूर्व सहायक विदेश मंत्री निशा देसाई बिस्वाल ने कहा है कि एच-1बी वीजा का मुद्दा भारत-अमरीका संबंधों में ‘तनाव का स्रोत’ हो सकता है ।
उन्होंने मु्द्दे पर ‘‘तर्कसंगत संवाद’’ का आह्वान किया। यह एक एेसा मुद्दा है जिससे हजारों भारतीयों के जीवन पर असर पड़ सकता है। बिस्वाल ने कहा,‘‘मेरा मानना है कि एच-1 बी का मुद्दा तनाव का स्रोत बनने जा रहा है।’’ उनकी टिप्पणी इन खबरों के बीच आई है जब ट्रंप प्रशासन एच-1 बी वीजा के खिलाफ कदम उठा रहा है और इस संबंध में अमरीकी कांग्रेस में दर्जनों विधेयक पेश किए गए हैं।
पूर्ववर्ती आेबामा प्रशासन की राजनयिक ने इस मुद्दे पर तर्कसंगत संवाद का आह्वान किया। उन्होंने कहा,‘‘हम सभी इस बात पर सहमत हो सकते हैं कि एच-1 बी कार्यक्रम अमरीकी और विदेशी कंपनियों की मदद करने में महत्वपूर्ण और आवश्यक रहा है कि वे उच्च कौशल वाले कर्मियों की कमी को पूरा कर सकें। और इसलिए इससे अमरीकी अर्थव्यवस्था को काफी लाभ मिला है।’’ बिस्वाल ने कहा,‘‘लेकिन हम सब इस बात पर भी सहमत हो सकते हैं कि कई बार इसका दुरुपयोग तथा आवश्यकता से अधिक उपयोग हुआ है । कुछ समीक्षाएं यह सुनिश्चित करने में मददगार होंगी कि कार्यक्रम का इस्तेमाल आवश्यकता के अनुरूप हो, न कि इसका दुरुपयोग हो।’’