Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Jun, 2017 11:18 AM
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की अध्यक्ष क्रिस्टीन लेगार्ड का कहना है कि भारत में हर साल 70 हजार लोगों की असमय मृत्यु कोल संयंत्रों से होने वाले प्रदूषण से होती है।
वाशिंगटन: अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की अध्यक्ष क्रिस्टीन लेगार्ड का कहना है कि भारत में हर साल 70 हजार लोगों की असमय मृत्यु कोल संयंत्रों से होने वाले प्रदूषण से होती है। लेगार्ड ने वैश्विक विकास से जुड़े विषयों पर अनुसंधान करने वाली संस्था सेंटर फार ग्लोबल डेवलपमेंट में बैक टू रियो द रोड टू ए सस्टेनेबल इकोनामिक फ्यूचर विषय पर व्याख्यान देने के अवसर पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि सिर्फ जलवायु परिवर्तन से निबटने भर से पर्यावरण की समस्या खत्म नहीं होती।
उन्होंने इस संदर्भ में भारत का उदाहरण पेश करते हुए कहा कि वहां कोयला संयंत्रों के प्रदूषण से हर साल 70 हजार लोगों की असमय मृत्य हो जाती है क्योंकि पर्यावरण की समस्या आर्थिक और सामाजिक कारकों से भी गहरे जुड़ी हुई है, इसलिए पर्यावरण से जुड़ी समस्या का हल निकालने के प्रयासों में आर्थिक और सामाजिक समस्याओं के निराकरण के उपाय भी समाहित होने चाहिए।
लेगार्ड ने कहा कि आईएमएफ कोई पर्यावरण संस्था नहीं है लेकिन इसके बावजूद हम प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध देाहन की वजह से होने वाली अथाह मानवीय पीड़ा को नजरअंदाज नहीं कर सकते। प्राकृतिक संसाधनों का अतार्किक इस्तेमाल पूरी मानव सयता को विनाश के रास्ते पर ले जा रहा है। धरती का तापमान बहुत तेजी से बढ़ रहा है जिसके परिणाम घातक हो सकते हैं। दुनिया के कई मुल्कों में गरीबों और अमीरों के बीच का अंतर गहराता जा रहा है जिससे सामाजिक तनाव की अजीब स्थिति पैदा हो रही है।