Edited By ,Updated: 26 May, 2016 11:42 PM
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज कहा कि भारत और चीन को बुद्धिमत्ता तथा राजनीतिक कौशल के माध्यम से सीमा विवाद समेत तमाम मुद्दों को हल करना चाहिए।
बीजिंग: राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज कहा कि भारत और चीन को बुद्धिमत्ता तथा राजनीतिक कौशल के माध्यम से सीमा विवाद समेत तमाम मुद्दों को हल करना चाहिए। मुखर्जी ने पीकिंग विश्वविद्यालय में कुलपतियों और उच्चतर शिक्षा के प्रमुखों के गोलमेज कार्यक्रम में कहा कि दोनों देशों के बीच सीमा विवाद के साथ कई मुद्दे हैं जिसे व्यापक रूप से सुलझाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा‘‘पड़ोसियों में समय-समय पर कुछ मुद्दों पर विचारों में अंतर होना स्वाभाविक है। मैं इसे अपने राजनीतिक कौशल का एक परीक्षण मानता हूं कि इन मतभेदों को हल करने के लिए अपने बौधिकता का इस्तेमाल करना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा‘‘दोनों देशों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आने वाली पीढियों पर अनसुलझे सवालों का बोझ न हो। मैं उम्मीद करता हूं कि दोनों देश यह सुनिश्चित करेंगे कि आपसी मतभेदों को कम करने तथा आपसी मिलाप को बढाने का प्रयास करेंगे।‘उन्होंने कहा कि साझेदारी विकास के लिए दोनों देशों के बीच राजनीतिक समझ की काफी आवश्यकता है। राजनीतिक संचार के माध्यम से इसे हासिल किया जा सकता है। भारत चीन के साथ अपनी भागीदारी को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।