Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Jan, 2018 05:52 PM
अमरीका में भारतीय-अमेरिकियों ने एक अभियान शुरू किया है जिसका उद्देश्य ग्रीन कार्ड के बड़ी संख्या में लंबित मामलों को लेकर जागरूकता लाना है। समुदाय का कहना है कि इससे उच्च कौशल से लैस 3,00,000 भारतीय आवेदनकर्ता प्रभावित हो रहे हैं। हाल में गठित समूह...
वाशिंगटन: अमरीका में भारतीय-अमेरिकियों ने एक अभियान शुरू किया है जिसका उद्देश्य ग्रीन कार्ड के बड़ी संख्या में लंबित मामलों को लेकर जागरूकता लाना है। समुदाय का कहना है कि इससे उच्च कौशल से लैस 3,00,000 भारतीय आवेदनकर्ता प्रभावित हो रहे हैं। हाल में गठित समूह जीसी रिफॉम्र्स डॉट ओआरजी के मुताबिक वर्तमान नियम के तहत प्रति देश सीमा के चलते भारत से आए कुशल आव्रजकों को ग्रीन कार्ड के लिए 25 से 92 वर्ष तक का इंतजार करना पड़ता है।
व्हाइट हाउस ने अपने आव्रजन सुधार सुझाव कांग्रेस को भेजे जिसके साथ ही राष्ट्रव्यापी इस अभियान की घोषणा हुई। समूह के अध्यक्ष सम्पत शिवांगी ने कहा, ‘‘ आव्रजन मुद्दों से जुड़े फिजिशियन समूहों को हम समर्थन दे रहे हैं बल्कि असमंजस में फंसे अन्य पेशेवरों और इंजीनियरों के लिए निष्पक्ष ग्रीन कार्ड आवंटन प्रक्रिया का समर्थन भी करते हैं। ’’
जीसी रिफाम्र्स डॉट ओआरजी की ओर से जारी एक वक्तव्य में संगठन के संस्थापक सदस्यों में से एक किरण कुमार थोटा ने कहा कि ग्रीन कार्ड मिलने में देरी को दूर करने की जरूरत है क्योंकि इससे अमेरिकी नवाचार तथा रोजगार सृजन की प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है। ङ्क्षहदू अमेरिकन फाउंडेशन के निदेशक ऋषि भूटाड़ा ने कहा, ‘‘ कई कुशल लोग अपनी रोजगार संबंधी वही भूमिका बनाए रखने के लिए लगातार तनाव में बने रहते हैं। ’’