Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Mar, 2018 04:36 PM
पिछले साल अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद अमरीका में भड़की हिंसा के दौरान एक भारतीय की बार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। एक साल बाद आरोपी एडम पूरनटन को दोषी पाया गया और अमरीकी
कैनसस सिटी: पिछले साल अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद अमरीका में भड़की हिंसा के दौरान एक भारतीय की बार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। एक साल बाद आरोपी एडम पूरनटन को दोषी पाया गया और अमरीकी अदालत ने 50 साल जेल में रहने की सजा सुनाई है। पिछले साल एडम ने गोली चलाने के बाद अपने गुनाह को कबूल कर लिया था। भारतीय युवक श्रीनिवास कुचीभोटला की मौत 22 फरवरी 2017 को हुई थी। फायरिंग में श्रीनिवास का दोस्त आलोक मडसानी बुरी तरह घायल हो गया था।
इस शूटिंग में बीच बचाव के दौरान इयान ग्रीलोट नाम का व्यक्ति भी घायल हो गया था। अदालत की सुनवाई के दौरान गवाहों ने बताया कि एडम पूरनटन फायरिंग करते हुए चिल्लाते हुए कह रहा था कि "मेरे देश से बाहर निकल जाओ। ये दोनों भारत से अमेरिका गए थे। कुछ साल बाद पढ़ाई करने के बाद ये दोनों अमेरिका में नौकरी करने लगे। इस घटना के बाद अमेरिका में मौजूद भारतीय अधिकारियों ने संयुक्त राज्य अमेरिका से अपने नागरिकों की सुरक्षा के बारे में चिंता व्यक्त की थी। जब आरोपी को सजा सुनाई जा रही थी तो श्रीनिवास कुचीभोटला की पत्नी सुनाम्य दुलाला अदालत में मौजूद नहीं थी।
उन्होंने एक बयान दिया कि उसे उम्मीद है कि आरोपी को कड़ी सजा देकर अदालत दूसरों के लिए संदेश देगी। सुनाम्य दुलाला का कहना था कि "हमें एक दूसरे को समझना चाहिए और प्यार करना चाहिए।" अदालत के दस्तावेजों से पता चला है कि एडम पूरनटन ने एक अपमानजनक टिप्पणी की थी कि जिसके बाद उन्हें बार छोड़ने को कहा था। वो कुछ ही देर के बाद बंदूक के साथ वापस लौटा और फायरिंग की।