Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Oct, 2017 09:25 PM
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने बुधवार को कहा कि विश्वभर में असमानता में तेज गिरावट के बावजूद अमेरिका, चीन और भारत में उसके स्तर में बढ़ोतरी की प्रवृत्ति देखी गई है। आईएमएफ ने कहा कि हाल के वर्षों में शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रगति पर जोर दिया गया...
वाशिंगटन: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने बुधवार को कहा कि विश्वभर में असमानता में तेज गिरावट के बावजूद अमेरिका, चीन और भारत में उसके स्तर में बढ़ोतरी की प्रवृत्ति देखी गई है। आईएमएफ ने कहा कि हाल के वर्षों में शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रगति पर जोर दिया गया है लेकिन इसके बावजूद कई देशों में जनसंख्या के अलग अलग आय समूहों के बीच गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच में अंतराल बना हुआ है। इनमें विकसित अर्थव्यवस्थाएं भी शामिल हैं।
आईएमएफ के वित्तीय मामलों के विभाग के निदेशक विटोर गैस्पर ने वार्षिक वित्तीय निगरानी रिपोर्ट जारी करने के मौके पर मीडिया से कहा, ‘‘यदि कोई पूरे विश्व में नागरिकों पर ध्यान दे तो पाएगा कि वैश्विक असमानता में गिरावट हुई है और यह 19वीं सदी की शुरूआत के बाद से होने वाली वृद्धि की तुलना में एक परिवर्तन वाला रूख है।’’ वहीं इसके विपरीत यदि कोई असमानता पर देश वार गौर करे तो यह स्पष्ट हो जाता है कि विश्व में अधिकतर लोग ऐसे देशों में रहते हैं जहां असमानता बढ़ी है। उन्होंने कहा, ‘‘यह जोर देना जरूरी है कि विश्व के बड़े देशों चीन, भारत और अमेरिका में असमानता बढ़ी है।’’