Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Feb, 2018 04:58 PM
ईरान में हिजाब की अनिवार्यता संबंधी कानून के विरोध मे यहां महिलाओं ने आवाज बुलंद कर दी हैू। इस मुद्दे पर पूरे देश में बहस छिड़ गई है। यहां हिजाब के खिलाफ महिलाओं का आंदोलन तेज हो गया है।
तेहरानः ईरान में हिजाब की अनिवार्यता संबंधी कानून के विरोध मे यहां महिलाओं ने आवाज बुलंद कर दी हैू। इस मुद्दे पर पूरे देश में बहस छिड़ गई है। यहां हिजाब के खिलाफ महिलाओं का आंदोलन तेज हो गया है। हाल के दिनों में यह मुद्दा देश-विदेश में तब सुर्खियां बना, जब कुछ महिलाओं ने सार्वजनिक स्थानों पर सिर से हिजाब उतारकर हवा में लहराया। इसी आरोप में पुलिस ने विभिन्न जगहों से 29 महिलाओं को गिरफ्तार किया।
ईरान दुनिया का अकेला ऐसा देश है, जहां मुस्लिम और गैर-मुस्लिम महिलाओं को हिजाब पहनना अनिवार्य है। जो महिला इस कानून की अवहेलना करती है, उसे भारी जुर्माने के साथ कारावास की सजा हो सकती है। ईरानी महिलाएं सोशल मीडिया पर भी हिजाब के विरोध में हैशटैग व्हाइटवेडनेसडे नाम से मुहिम चला रही हैं। इस आंदोलन में शामिल महिला दंत चिकित्सक डॉ. समर कहती हैं, 'हर किसी को यह अधिकार होना चाहिए कि वह क्या पहने और क्या नहीं? मुझे नहीं लगता कि सिर के खुले बाल किसी को उत्तेजित कर सकते हैं।'
डॉ. समर का इशारा उनलोगों की ओर था जो यह कहते हैं कि महिलाओं के खुले बाल यौन दुर्व्यवहार को बढ़ावा देते हैं। वहीं दक्षिणी तेहरान के हम्मम में हिजाब की तुलना सीप से की गई है। जैसे सीप मोती को सुरक्षित रखता है, वैसे ही हिजाब महिलाओं को मुसीबतों से बचाता है।देश की मशहूर पत्रकार हनिह कहती हैं, 'हमारे देश में पुरुषों ने यह विचार दिया है कि महिलाओं को हिजाब में ही दिखना चाहिए। मैं जब तक जीवित हूं, तब तक अपने सिर से हिजाब नहीं हटाऊंगी।'