Edited By ,Updated: 28 Feb, 2017 10:31 AM
खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस के एक नाबालिग आत्मघाती हमलावर का सुसाइड नोट सामनेआया है जिससे साफ जाहिर होता है कि कैसे आतंकी मासूम बच्चों का इस्तेमाल करते हैं।
मोसुल: खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस के एक नाबालिग आत्मघाती हमलावर का सुसाइड नोट सामनेआया है जिससे साफ जाहिर होता है कि कैसे आतंकी मासूम बच्चों का इस्तेमाल करते हैं। सुसाइड नोट को अपने परिवार के नाम पर लिखते हुए उसने बताया कि वह क्यों आतंकी संगठन आईएस में शामिल हुआ। नाबालिग ने लिखा, 'मेरे प्यारे परिजनों, मुझे माफ कर देना, मेरी मौत की खबर के बाद काले कपड़े मत पहनना और न मेरे लिए दुखी होना। मैंने आप लोगों से शादी करवाने के लिए कहा था, लेकिन आप लोगों ने मेरी शादी नहीं करवाई, अब मैं जन्नत में जाकर 72 वर्जिन हूरों के साथ शादी करूंगा।
यह सुसाइड नोट अला-अब्द-अल-अकीदी नाम के एक नाबालिग आत्मघाती हमलावर ने खुद को बम से उड़ाने से पहले लिखी थीं। 15-16 साल का एक लड़का जो आईएस में शामिल हो चुका था, आईएस का लड़ाका बन चुका था। अकीदी का यह नोट एक अंग्रेजी समाचार एजेंसी को पूर्वी मोसुल के इलाके में मिला, जहां अब सेना का कब्जा हो चुका है। 'सैनिक विभाग, जिहादी ब्रिगेड' लिखे कागज पर अकीदी ने यह लेटर अपने हाथों से लिखा था, हालांकि यह लेटर उसके परिवार तक नहीं पहुंच पाया। लिफाफे पर पश्चिमी मोसुल में रह रहे उसके परिवार का पता लिखा था। लेटर के साथ एक रजिस्टर भी मिला है, जिसमें आईएस में भर्ती होने वाले करीब 50 युवाओं की जानकारी है।