Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Mar, 2018 10:39 AM
अफगानिस्तान में पारसियों के नव वर्ष के जश्न के बीच शिया मस्जिद की ओर जाने वाली एक सड़क पर बुधवार को हुए इस्लामिक स्टेट के आत्मघाती हमले में कम से कम 33 लोग मारे गए हैं। जन स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता वाहिद माजरो ने बताया कि
काबुलः अफगानिस्तान में पारसियों के नव वर्ष के जश्न के बीच शिया मस्जिद की ओर जाने वाली एक सड़क पर बुधवार को हुए इस्लामिक स्टेट के आत्मघाती हमले में कम से कम 33 लोग मारे गए हैं। जन स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता वाहिद माजरो ने बताया कि पैदल आए एक आत्मघाती हमलावर के इस हमले में 65 लोग घायल भी हुए हैं।
जिहादी वेबसाइटों पर नजर रखने वाले एसआईटीई खुफिया समूह के मुताबिक, इस्लामिक स्टेट समूह ने ऑनलाइन जारी बयान में हमले की जिम्मेदारी ली है। आईएस ने दावा किया कि हमले का लक्ष्य 'नवरोज का जश्न मनाने आए शियाओं को निशाना बनाना था। अफगानिस्तान में पारसी नव वर्ष' नवरोज पर राष्ट्रीय अवकाश होता है और देश के अल्पसंख्यक शिया आमतौर पर जश्न मनाने मस्जिद जाते हैं। आईएस के सुन्नी अतिवादी बार-बार शियाओं को निशाना बनाते हैं।
काबुल के पुलिस प्रमुख जनरल दाउद अमीन ने कहा कि यह हमला साखी मस्जिद से करीब एक किलोमीटर दूर काबुल विश्वविद्यालय और एक सरकारी अस्पताल के नजदीक हुआ जहां पारंपरिक पारसी नववर्ष नवरोज के अवसर पर बड़ी संख्या में अफगान नागरिक एकत्र हुए थे। दाउद ने बताया कि हमलावर सड़क पर स्थित पुलिस जांच चौकी से बच निकलने में सफल रहा। उन्होंने बताया कि सुरक्षा चूक की जांच की जा रही है और अगर कोई अपने कर्तव्य में लापरवाही बरतता हुआ पाया गया तो उसे सजा दी जाएगी।