Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Feb, 2018 11:15 AM
सनसनीखेज खुलासे करने के लिए मशहूर वेबसाइट विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे के खिलाफ2012 में मशहूर जारी गिरफ्तारी का वारंट अभी भी बरकरार है। ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर की मैजिस्ट्रेट अदालत की मुख्य मैजिस्ट्रेट एम्मा अर्बुथनॉट ने तर्क दिया कि वह...
लंदनः सनसनीखेज खुलासे करने के लिए मशहूर वेबसाइट विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे के खिलाफ2012 में मशहूर जारी गिरफ्तारी का वारंट अभी भी बरकरार है। ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर की मैजिस्ट्रेट अदालत की मुख्य मैजिस्ट्रेट एम्मा अर्बुथनॉट ने तर्क दिया कि वह असांजे के वकीलों के ‘इस बात से सहमत नहीं है कि वारंट वापस ले लिया जाना चाहिए। विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे के वकीलों ने एक ब्रिटिश अदालत का रुख कर अपने मुवक्किल के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारेंट वापस लेने की गुहार लगाई थी।
अगर यह गिरफ्तारी वारंट वापस ले लिया जाता तो असांजे करीब 5 साल बाद इक्वेडोर के दूतावास से खुलकर बाहर निकल सकते थे जो अब संभव नहीं दिख रहा है।असांजे के वकीलों ने कहा अदालत में अपनी दलील में कहा था कि इस वारंट का कोई मकसद नहीं है, क्योंकि कथित यौन अपराधों के मामले में पूछताछ के लिए अब उनके मुवक्किल की जरूरत नहीं है। स्वीडन के वकीलों ने पिछले साल मुकदमा बंद करते हुए कहा था कि असांजे को निकट भविष्य में स्वीडन लाए जाने की कोई संभावना नहीं है।
लेकिन अभी अगर असांजे लंदन स्थित इक्वेडोर के दूतावास से बाहर निकलते हैं तो उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। वह 2012 से ही इक्वेडोर के दूतावास में रह रहे हैं. उन पर आरोप है कि स्वीडन प्रत्यर्पित होने से बचने के लिए उन्होंने जमानत की शर्तें तोड़ीं और दूतावास में शरण ली। इक्वेडोर ने इस महीने कहा कि उसने ऑस्ट्रेलिया में पैदा हुए असांजे को अपनी नागरिकता दे दी है। असांजे को डर है कि लीक हुए गोपनीय अमरीकी दस्तावेजों को विकीलीक्स की ओर से प्रकाशित करने के मामले में अमरीका गुप्त तरीके से उन पर कार्रवाई कर सकता है और अमेरिकी अधिकारी उनके प्रत्यर्पण की मांग कर सकते हैं।