Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Oct, 2017 12:00 PM
अमरीका में गोलीबारी की घटनाएं कोई नई बात नहीं है, पिछले दस सालों से ऐसी घटनाओं में तेजी से वृद्धि हुई है। बात अगर पिछले एक दशक की करें तो अमरीका में गोली-बारी की कई बड़ी घटनाएं हुई हैं,
नई दिल्ली: अमरीका में गोलीबारी की घटनाएं कोई नई बात नहीं है, पिछले दस सालों से ऐसी घटनाओं में तेजी से वृद्धि हुई है। बात अगर पिछले एक दशक की करें तो अमरीका में गोली-बारी की कई बड़ी घटनाएं हुई हैं, जिसमें अमरीका ही नहीं पूरी दुनिया की आंखों में खौफ तैर गया।
12 जून 2016 : ऑरलैंडो के एक गे नाइट क्लब में उमर सिद्दीकी मतीन नामक व्यक्ति ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी। इस घटना में 50 से अधिक लोग घायल भी हुए थे।
2 दिसंबर 2015: सैन बर्नाडिनो के इनलैंड रिजनल सेंटर में जुटी भीड़ पर फायरिंग में 14 लोगों की मौत।
1 अक्तूबर 2015: ओरेगॉन के एक कॉलेज में एक हमलावर ने 9 लोगों को मार डाला।
17 जून 2015: डायलन रूप नामक शख्स ने दक्षिणी कैरोलिना के ऐतिहासिक चर्च एमैनुएल अफ्रीकन मेथोडिस्ट एपिस्कोपल में नौ लोगों को मार डाला।
16 सितंबर 2013: वाशिंगटन नेवी यार्ड में हुई शूटिंग में 12 लोगों की मौत।
14 दिसंबर 2012 : कनेक्टिकट के न्यूटाउन के सैंडी हूक इलेमेंट्री स्कूल में एडम लैंजा नामक व्यक्ति ने 6-7 साल के 20 बच्चों को मार डाला। उसने सात अन्य लोगों को भी गोली मार दी।
20 जुलाई 2012 : कोलोराडो में एक फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान हुई गोलीबारी में 12 लोगों की मौत।
12 अक्तूबर 2011: कैलिफोॢनया के सीन बीच पर सैलून मेरिटेज में गोलीबारी में आठ लोगों की मौत हुई.
3 अगस्त 2010: कनेक्टिकट के मैनचेस्टर में एक शख्स ने अपने आठ साथियों को मौत के घाट उतारने के बाद खुद को गोली मार ली।
19 अप्रैल में 2010: क्रिस्टोफर स्पेट नामक एक शख्स ने वर्जीनिया के करीब एक घर में गोलीबारी कर आठ लोगों को मार डाला था।
10 मार्च 2009: अलाबामा में एक हमलावर ने अपनी मां, दादा-दादी, चाचा व चाची सहित 10 लोगों को मार डाला।