Edited By ,Updated: 05 Feb, 2016 06:05 PM
चीन के चांगक्वींग की रहने वाली ली जुहोंग ने चार साल की उम्र में अपने एक सड़क दुर्घटना में अपने दोनों पैर गंवा दिए थे।
बीजिंग: चीन के चांगक्वींग की रहने वाली ली जुहोंग ने चार साल की उम्र में अपने एक सड़क दुर्घटना में अपने दोनों पैर गंवा दिए थे। बावजूद इसके उसने हिम्मत नहीं हारी और पढ़ाई पूरी कर पहाड़ी गांव में क्लीनिक खोल लिया। अब उसका एकमात्र मकसद लोगों की सेवा करना है, जोकि वह पूरी लगन से निभा रही है।
जानकारी के मुताबिक, 1983 में सुबह स्कूल जाते समय ली जुहोंग को एक ट्रक ने टक्कर मार दी, जिससे उसके दोनों पैर जख्मी हो गए। डॉक्टरों को ऑपरेशन में जूहोंग के दोनों पैर घुटने के ऊपर से काटने पड़े। ठीक होने के बाद होंगजू ने लकड़ी के स्टूल के सहारे चलना सीखा। शुरुआत में उन्हें काफी दर्द हुआ, एक बार लगा कि वह चल नहीं पाएंगी। मगर जुहोंग ने अभ्यास करना बंद नहीं किया। ये उसकी मेहनत ही थी कि 8 साल की उम्र में उसने चलना सीख लिया और फिर स्कूल जाने लगी।
2000 में स्पेशल वोकेशनल स्कूल में मेडिकल स्टडी के लिए एडमिशन लिया और डिग्री हासिल की। इसके बाद गांव वालडियन में क्लीनिक खोलकर ग्रामीणों का इलाज शुरू किया। जुहोंग इमरजेंसी कॉल आने पर मरीज को घर पर भी देखने जाती हैं। उन्हें अक्सर ऊंचे-नीचे रास्तों से जाना होता है। इसमें उनके पति उनका बखूबी साथ देते हैं। दोनों ने लव मैरिज की है। ली के पति शिंजियान पीठ पर बैठाकर जुहोंग को क्लीनिक छोडऩे जाते हैं।