Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Mar, 2018 03:27 PM
उत्तर कोरिया तथा ‘कोरियाई प्रायद्वीप से परमाणु हथियारों को समाप्त करने’ के मुद्दे पर अमेरिका, द. कोरिया तथा जापान के वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकारों ने आज चर्चा की। हाल ही में प्योंगयांग की यात्रा करने वाले दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने कहा कि उत्तर...
इंटरनेशनल डेस्क: उत्तर कोरिया तथा ‘कोरियाई प्रायद्वीप से परमाणु हथियारों को समाप्त करने’ के मुद्दे पर अमेरिका, द. कोरिया तथा जापान के वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकारों ने आज चर्चा की। हाल ही में प्योंगयांग की यात्रा करने वाले दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने कहा कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन अप्रैल में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई इन से बातचीत करने पर सहमत हो गए हैं। उन्होंने कहा कि किम ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठक का प्रस्ताव रखा और ट्रंप मई के अंत तक वार्ता के लिए तैयार हो गए।
इस घटनाक्रम से उत्तर कोरिया के परमाणु संकट में गतिरोध के खत्म होने की उम्मीदें बढ़ गई हैं लेकिन कई विशेषज्ञों ने कहा कि अगर शिखर वार्ता में कोई प्रगति नहीं हुई तो दुश्मनी की भावना फिर से बढ़ जाएगी और परमाणु मुद्दे के हल के लिए चुनिंदा कूटनीतिक विकल्प ही बचेंगे। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान में कहा कि अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एचआर मैकमास्टर ने परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर सप्ताहांत सैन फ्रांसिस्को में दक्षिण कोरिया और जापान के अपने समकक्षों चुंग युई योंग तथा शोतारो याची से बातचीत की तथा शिखर बैठक में हिस्सा लिया।
बयान में कहा गया है कि वे अगले कई सप्ताह तक करीबी त्रिपक्षीय सहयोग बरकरार रखने पर सहमत हुए और उन्होंने इस बात पर सहमति जताई कि पहले की गलतियों को दोहराया ना जाए। बयान में विस्तार से नहीं बताया गया लेकिन संभवत: आलोचना इस बात को लेकर थी कि उत्तर कोरिया ने परमाणु निरस्त्रीकरण बातचीत का इस्तेमाल बाहरी दबाव को कम करने और सहायता प्राप्त करने के रूप में किया है। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री कांग युंग व्हा ने रविवार को प्रसारित एक टीवी कार्यक्रम में कहा कि किम ने परमाणु निरस्त्रीकरण का वादा किया है।