Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jun, 2017 04:26 PM
असैन्य परमाणु समझौता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच होने वाली चर्चाओं का हिस्सा होगा...
वॉशिंगटन: असैन्य परमाणु समझौता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच होने वाली चर्चाओं का हिस्सा होगा।
व्हाइट हाऊस ने यह जानकारी देते हुए इस बात पर जोर दिया कि उम्मीद है कि भारत की ऊर्जा सुरक्षा में अमरीका-निर्मित परमाणु रिएक्टर योगदान करेंगे। व्हाइट हाऊस ने कहा, हमें उम्मीद है कि भारत की ऊर्जा सुरक्षा में अमरीका-निर्मित परमाणु रिएक्टर योगदान करेंगे। हमारा मानना है कि इस असैन्य परमाणु समझौते से भारत की ऊर्जा सुरक्षा के साथ-साथ अमरीकी लोगों को रोजगार और कारोबारी अवसर मिलेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले सप्ताह होने वाली अमरीका यात्रा से पहले अमरीकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया, इसलिए इस समझौते को हम आगे बढ़ते देखना चाहते हैं। एक प्रश्न के जवाब में अधिकारी ने इस मुद्दे को टाले जाने संबंधी उन रिपोर्टों को खारिज किया और कहा,यह चर्चा का हिस्सा होगा। यह व्हाइट हाऊस ऊर्जा सप्ताह है, इसलिए असैन्य परमाणु ऊर्जा सहयोग का मुद्दा आना ही है।
बहरहाल, प्रधानमंत्री मोदी की ट्रंप के साथ होने वाली पहली मुलाकात के लिए तैयारी कर रहे व्हाइट हाऊस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अमरीकी राष्ट्रपति भारत की अर्थव्यवस्था और सामरिक क्षमता से अच्छे तरीके से वाकिफ हैं। उन्होंने बताया कि बतौर कारोबारी ट्रंप पहले भी भारत की व्यावसायिक राजधानी मुंबई की यात्रा कर चुके हैं । उन्होंने कहा,जैसा कि आप जानते हैं, अपने चुनाव प्रचार के दौरान वह भारतीय-अमरीकी समुदायों के साथ संपर्क में थे। उन्होंने भारत के प्रति बेहद सकारात्मक भावना दर्शायी थी। अधिकारी ने बताया कि मोदी की यात्रा को लेकर काफी समय पहले से तैयारियां चल रही हैं और हमलोग वाकई में उनकी अच्छी यात्रा को लेकर आशान्वित हैं।