Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jun, 2017 04:28 PM
तारों के बीच मौजूद खाली स्थान के बारे में पता लगाने के लिए नासा एक नए मिशन की तैयारी कर रहा है। इसे CHESS मिशन’ का नाम दिया गया है। यह मिशन 27 जून से शुरू...
वॉशिंगटन: तारों के बीच मौजूद खाली स्थान के बारे में पता लगाने के लिए नासा एक नए मिशन की तैयारी कर रहा है। इसे CHESS मिशन’ का नाम दिया गया है। यह मिशन 27 जून से शुरू होगा।
अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने बताया कि CHESS (Colorado High-resolution Echelle Stellar Spectrograph) एक रॉकेट पेलोड है जो ब्लैक ब्रांट IX रॉकेट पर उड़ान भरेगा। CHESS पेलोड की पिछले तीन सालों में यह तीसरी उड़ान होगी जो मिशन का सबसे अधिक विस्तार वाला सर्वे होगा। शोधकर्ताओं का मानना हैं कि अंतरिक्ष की गहराई में तारों के बीच का स्थान खाली नहीं है इसके बीच उदासीन अणुओं और परमाणुओं का झुंड है जिसके साथ प्लाज्मा पार्टिकल भी हैं जो लाखों साल में नए तारे या ग्रह का रूप लेते हैं।
शोधकर्ताओं के अनुसार CHESS के आंकड़ों द्वारा यह पता चलेगा कि अंतरिक्ष में कौन से अणु व परमाणु मौजूद हैं, उनके तापमान क्या हैं और वे कितनी तेजी से चक्कर काट रहे हैं। वैज्ञानिकों को इन आंकड़ों से यह पता चलेगा कि किस तरह तारों के बीच ‘क्लाउड’ का निर्माण होता है जिससे उन्हें पता चलेगा कि तारों की संरचना प्रक्रिया में इनकी भूमिका क्या होती है। CHESS रॉकेट मिशन का फोकस तारों के बीच मौजूद रिक्त स्थान होंगे जिससे तारों की संरचना के शुरुआती प्रक्रिया का पता चल सकेगा। CHESS के जरिए उन रिक्त स्थानों से फिल्टर होने वाली रोशनी को मापा जाएगा जिससे वहां मौजूद अणुओं और परमाणुओं का अध्ययन किया जा सकेगा।