Edited By ,Updated: 26 Apr, 2017 11:52 AM
कोरियाई प्रायद्वीप में युद्ध का खतरा मंडा रहा है ...
प्योंगयांग/वॉशिंगटन: कोरियाई प्रायद्वीप में युद्ध का खतरा मंडा रहा है । मंगलवार को अपनी सेना की 85वीं वर्षगांठ के मौके पर उत्तर कोरिया ने बड़े हथियारों के साथ अपने पूर्वी तट पर युद्धाभ्यास शुरू किया है। दक्षिण कोरिया की मीडिया के मुताबिक ये उत्तर कोरिया के इतिहास का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास है और इसमें करीब 300-400 विनाशक हथियारों को शामिल किया गया है। तानाशाह किम जोंग उन के प्रशासन ने एक बार फिर अमरीका को जंग के खिलाफ कड़ी चेतावनी दी है।
दोनों ओर से जारी जुबानी जंग के बीच इस इलाके में सेनाओं का जमावड़ा जारी है। अमरीका और उसके सहयोगी देश दक्षिण कोरिया और जापान अलग से युद्धाभ्यास कर रहे हैं। मंगलवार को ही अमरीकी नौसैनिक बेड़े की सबसे बड़ी परमाणु पनडुब्बियों में से एक उत्तर कोरिया के बुसान बंदरगाह पर पहुंची। अमरीकी युद्धपोत यूएसएस कार्ल विन्सन का जंगी बेड़ा भी जल्द ही उत्तर कोरिया को घेरने के लिए पहुंचने वाला है। इसके अलावा यूएस नेवी का युद्धक पोत यूएसएस वेयन मेयर पीले सागर में दक्षिण कोरिया के साथ संयुक्त युद्धाभ्यास में जुटा है।
एक और अमरीकी युद्धपोत यूएसएस फिट्जगेराल्ड जापानी सागर में टोक्यो की नौसेना के साथ ऐसी ही कवायद में जुटा है। एक ओर जहां उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अमरीका के खिलाफ कड़े तेवर अपना रखे हैं, वहीं दूसरी ओर ट्रंप प्रशासन पलक झपकने को तैयार नहीं है।प्योंगयोंग पिछले 2 सालों में 5 बार परमाणु परीक्षण कर चुका है। इसके अलावा कई मिसाइल टेस्ट भी किए गए हैं।वहीं, ट्रंप प्रशासन ने साफ कहा है कि उत्तर कोरिया के खतरे से निपटने के लिए सभी विकल्प खुले हैं।