Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Mar, 2018 11:08 AM
पाकिस्तान में दो संस्थाओं ने अंग्रेेजों के खिलाफ अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीद भगत सिंह को नेशनल हीरो का दर्जा देने की मांग की है। फ्रीडम फाइटर भगत सिंह के 87वें पुण्यतिथि के मौके पर पाकिस्तान में भगत सिंह मेेमोरियल फाउंडेशन (बीएसएमएफ) और
इस्लामाबादः पाकिस्तान में दो संस्थाओं ने अंग्रेेजों के खिलाफ अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीद भगत सिंह को नेशनल हीरो का दर्जा देने की मांग की है। फ्रीडम फाइटर भगत सिंह के 87वें पुण्यतिथि के मौके पर पाकिस्तान में भगत सिंह मेेमोरियल फाउंडेशन (बीएसएमएफ) और भगत सिंह फाउंडेशन (बीएसएफपी) ने शहीद भगत सिंह नेशनल हीरो घोषित करने की मांग की है साथ ही भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन के चेयरमैन इम्तियाज रशीद तीनों स्वतंत्रता सेनानियों के फांसी देने के लिए ब्रिटिश क्वीन से माफी की मांग की है।
भगत सिंह ने 8 अप्रैल 1929 को 8 लोगों के साथ मिलकर सेंट्रल असेंबली में बम फेंका था, जिसके बाद उन्होंने गिरफ्तारी दे दी थी। इस घटना के दो साल बाद 23 मार्च 1931 को भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को लाहौर के जेल में फांसी दे दी गई थी। भगत सिंह की शहादत करोड़ों युवाओं को प्रेरित किया है। भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन और भगत सिंह फाउंडेशन ने कल (23 मार्च) शादमान चौक पर एक कार्यक्रम का भी आयोजन किया था, जहां उन तीन बहादुरों को फांसी के फंदे पर लटकाया गया था।
बीएसएमएफ के चेयरमैन इम्तियाज रशीद ने एक प्रस्ताव प्रस्तुत कर ब्रिटिश क्विन से मांग की है कि वे तीनों स्वतंत्रता सेनानियों को फांसी पर लटकाने और उनके परिवारों की क्षतिपूर्ति के लिए माफी मांगे। साथ ही रशीद ने शादमान चौक पर भगत सिंग का स्टेच्यू स्थापित करने, किताबों में भगत सिंह की बहादुरी की जिक्र करने और सड़क का नाम भगत सिंह रखने की मांग की है। वहीं, बीएसएफपी के अध्यक्ष अब्दुल्ला मलिक ने कहा, 'भगत सिंह ने साम्राज्यवाद के खिलाफ उनकी आवाज उठाई थीं। वे हमें एक महान स्वतंत्रता सेनानी के रूप में हमेशा याद रहेंगे।' भगत सिंह की याद में लाहौर में यह कार्यक्रम कड़ी सुरक्षा और निगरानी में आयोजित किया गया था।