Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Dec, 2017 11:21 AM
पाकिस्तान में बढ़ते मदरसों और उनमें दी जाने वाली तालीम को लेकर आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा का बड़ा कड़ा बयान सामने आया है। बाजवा ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान के मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे या तो मौलवी बनेंगे या आतंकवादी क्योंकि, पाकिस्तान में...
इस्लामाबादः पाकिस्तान में बढ़ते मदरसों और उनमें दी जाने वाली तालीम को लेकर आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा का बड़ा कड़ा बयान सामने आया है। बाजवा ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान के मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे या तो मौलवी बनेंगे या आतंकवादी क्योंकि, पाकिस्तान में इतनी मस्जिदें नहीं बनाई जा सकतीं की मदरसे में पढ़ने वाले हर बच्चे को नौकरी मिल सके।”
आर्मी चीफ का ये बयान हैरान करने वाला है। दरअसल, ऐसा कम ही होता है कि पाकिस्तान जैसे कट्टरपंथी देश में आर्मी चीफ देश के मदरसों पर ही सवाल उठा दे। ये इसलिए भी अहम है कि पाकिस्तान के मदरसों को लेकर पहले ही कई विवाद सामने आते रहे हैं। शुक्रवार को एक यूथ कॉन्फ्रेंस में बाजवा ने कहा, “मदरसों में बच्चों को सिर्फ मजहबी तालीम दी जाती है। यहां के छात्र बाकी दुनिया के मुकाबले काफी पीछे रह जाते हैं। अब जरूरत है कि मदरसों के पुराने कॉन्सेप्ट को बदला जाए। बच्चों को वर्ल्ड क्लास एजुकेशन दी जाए।”
बाजवा ने कहा, “सिर्फ मदरसे में मिली तालीम से बच्चों का कोई फायदा नहीं होगा, क्योंकि यहां दुनिया में क्या चल रहा है? इस बारे में कुछ भी नहीं बताया जाता।”
“देवबंद मुस्लिमों द्वारा चलाए जा रहे मदरसों में अभी करीब 25 लाख बच्चे पढ़ रहे हैं। ये खराब एजुकेशन की वजह से पिछड़ते जा रहे हैं। हालांकि, पाक मिलिट्री के मीडिया विंग ने प्रेस रिलीज में बाजवा के मदरसों पर दिए सेंसिटिव बयानों को जगह नहीं दी। बाजवा ने कहा, “मुझे डेमोक्रेसी में भरोसा है। आर्मी देश की सिक्योरिटी और डिवैलपमैंट में अपना रोल निभाती रहेगी।” “आर्मी देश की सेवा के लिए बनी है। हम देश के लिए अपना काम जारी रखेंगे।”